शेयर करें...
बिलासपुर// गायत्री अस्पताल के संचालक डॉ अजय जायसवाल की संदिग्ध स्थिति में मौत हो गई है। जानकारी के मुताबिक रविवार की देर रात 12 बजे अपने घर से वे नर्सिंग होम आए, फिर वापस नहीं लौटे। पत्नी ने फोन कर गार्ड को डॉक्टर पति से फोन में बात कराने को कहा, तो पता चला कि नर्सिंग होम के उनके रूम के भीतर डॉ. जायसवाल की लाश पड़ी है। अस्पताल के स्टाफ ने इसकी जानकारी परिजनों को दी। घटना की सूचना पुलिस को दी गई। सरकंडा पुलिस नशीले इंजेक्शन के ओवरडोज से मौत की आशंका जता रही है।
सरकंडा सीपत चौक निवासी डॉ.अजय जायसवाल रविवार की रात अपने घर से नर्सिंग होम गए। इसके बाद वे सुबह तक घर नहीं पहुंचे। इस पर उनकी पत्नी ने नर्सिंग होम में फोन लगाकर जानकारी ली। कर्मचारियों ने उनके चेंबर में होने की जानकारी दी। इस पर पत्नी ने कर्मचारियों से डॉ.अजय से बात कराने को कहा। जब नर्सिंग होम के कर्मचारी अंदर गए, अंदर डॉ.जायसवाल जमीन पर दीवार के सहारे बैठे थे। कर्मचारियों ने उन्हें सोए हुए समझकर आवाज देकर उठाने की कोशिश की। डॉक्टर के नहीं उठने पर कर्मचारियों ने इसकी जानकारी उनकी पत्नी को दी। इसके बाद वे नर्सिंग होम पहुंचीं। उन्होंने डॉक्टर को उठाकर देखा। तब तक उनकी मौत हो गई थी। कर्मचारियों ने इसकी सूचना तत्काल सरकंडा पुलिस को दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लिया।
सरकंडा थाना प्रभारी शनिप रात्रे ने बताया कि पूछताछ में पता चला है कि डॉ.अजय जायसवाल नशीला इंजेक्शन लेते थे। मौके पर नशीले इंजेक्शन का खाली एंपुल मिला है।