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रायपुर/ राज्य के पूर्व वनमंत्री स्व. डीपी धृतलहरे की बहू और पोती की शनिवार शाम तकरीबन सात बजे हत्या हो गई। घटना खम्हारडीह इलाके की है। सतनाम चौक स्थित एक मकान में पूर्व मंत्री की बहू और पोती की लाश मिली। इसकी सूचना मिलते ही पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार 30 वर्षीया नेहा धृतलहरे व उसकी नौ वर्षीया पुत्री अनन्या धृतलहरे के शव कमरे में दीवान के अंदर मिले। मृतका की बहन और भाई जब घर पहुंचे, तो घर का दरवाजा बंद मिला। इसके बाद पुलिस को इसकी सूचना दी गई। दरवाजा तोड़कर अंदर जाने पर मृतका के दोनों नंदोई छुपे मिले। नेहा व उसकी पुत्री पीहू उर्फ अनन्या के नहीं दिखने पर खोजबीन की गई। दोनों के शव दीवान के अंदर मिले। पूर्व मंत्री के बेटे और महिला के पति तरुण से भी पूछताछ की गई। हत्या के कारणों का खुलासा नहीं हो सका है। नेहा के घर वालों ने तरुण पर इस मर्डर की प्लानिंग का आरोप लगाया है।
घर मे छिपा बैठा था नंदोई और उसका दोस्त
मां-बेटी की हत्या को शनिवार शाम 7 से 8 बजे के बीच अंजाम दिया गया। मायके पक्ष ने पुलिस को बताया कि नेहा का फोन नहीं लग रहा था। इसलिए पास ही रहने वाली नेहा की बहन मेघा घर पर हालचाल जानने आई। मेघा ने पुलिस को बताया कि दरवाजा बाहर से बंद था। लेकिन नेहा की स्कूटी और जूते यहीं पड़े थे। मेघा ने अपने एक भाई आकाश को फोन किया। इस बीच आकाश ने पुलिस को सूचना दी और दूसरी तरफ मेघा ने कुछ लोगों के साथ मिलकर दरवाजे की कुंडी तोड़ दी। अंदर सभी लाइट्स बंद थीं। कमरे में नेहा का नंदोई डॉ आनंद राय और उसका एक साथी दीपक छुपे मिले। मेघा ने इन लोगों को पकड़ लिया। तब तक पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। घर के पिछले कमरे में बेड के गद्दे वगैरह बेतरतीब थे। मेघा ने अपने रिश्तेदारों को फोन किया। सभी वहां पहुंच गए। बेड का कबर्ड हटाने पर अंदर नेहा और उसकी बेटी अनन्या की लाश मिली। दोनों के गले में स्पोर्ट्स शू के नीले रंग के लेस बंधे मिले और मुंह से झाग निकल रहा था। पुलिस ने डॉ आनंद और दीपक को हिरासत में लिया है। इनसे पूछताछ जारी है।
पति को पुलिस ने घटना की जानकारी देकर बुलाया
घटना की जानकारी देकर पुलिस ने पति तरुण को बुलवाया। आते ही उसने हत्या से किसी भी तरह की जानकारी से इंकार किया। उसने बताया कि वो पिछले तीन दिनों से 80 किलोमीटर दूर चक्रवाय गांव में था। किसी से रुपयों का हिसाब बाकी था इसी सिलसिले में वो वहां गया हुआ था। पुलिस को यह भी पता चला कि तरुण ब्याज के रुपयों का काम करता है । इस वजह से उसका कुछ लोगों से विवाद भी था। तरुण प्रदेश कांग्रेस कमेटी में अनुसूचित जाति विंग का नेता भी है।
मायकेवालों का शक- पति ने कराई हत्या
नेहा के रिश्तेदार वेद राम मनहरे ने बताया कि पति-पत्नी के बीच पिछले कुछ दिनों से विवाद चल रहा था। मुझे लगता है कि तरुण ने ही पूरी प्लानिंग के तहत इस साजिश को अंजाम दिया है। इसमें उसका साथ नंदोई डॉ आनंद ने भी दिया होगा। साल 2010 में अपनी पसंद से ही आपस में दोनों ने शादी की थी।
गवाह न बचे इसलिए बच्ची को भी मारा
मामले में जांच कर रहे पुलिस अधिकारी ने बताया कि महिला को पहले मारा गया है। इसके बाद चूंकि बच्ची उस वक्त घर पर ही थी। उसने सब कुछ देख लिया इसलिए हत्यारों ने उसे भी नहीं छोड़ा और दोनों को मारकर पलंग में ठूंस दिया।