पुलिस ने 48 घंटे के भीतर किया 16 लाख की प्री प्लांड डकैती का पर्दाफाश, गार्ड सहित तीन आरोपी गिरफ्तार

शेयर करें...

रायगढ़/ रायगढ़ पुलिस को विद्युतीकरण प्रोजेक्ट कम्पनी न्यू मार्डन टेक्नोमेक प्राइवेट लिमिटेड के ऑफिस में हुई 16 लाख रुपए के सामानों की डकैती के मामले में बड़ी सफलता मिली है. पुलिस ने 48 घंटे के भीतर मामले का पर्दाफाश करते हुए गार्ड सहित तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने आरोपियों के पास से लूटे गए 14 लाख रुपये की कीमत वाले कॉपर ड्रम और वारदात में उपयोग की गई स्कॉर्पियो गाड़ी को बरामद कर लिया है. वहीं घटना में शामिल अन्य आरोपियों को पुलिस की अलग-अलग टीमें तलाश कर रही हैं. गिरफ्तार आरोपियों का नाम बसंत राठिया, नीरज यादव और गंगाराम यादव है.

मामला जिले के घरघोड़ा थाना अंतर्गत ग्राम टेण्डा नवापार का है. वारदात की सूचना के बाद प्रोजेक्ट ऑफिस में काम करने वाले सभी कर्मचारियों की आपराधिक पृष्ठभूमि और उनकी गतिविधियों की जानकारी जुटाकर कड़ी पूछताछ करने का एसपी संतोष सिंह ने एसडीओपी धरमजयगढ़ और घरघोड़ा थाना प्रभारी को निर्देश दिया.

डकैती की जांच में लगी पुलिस टीम द्वारा घटना के प्रत्यक्षदर्शी तीनों गार्ड सुरेश चौहान, त्रिम्बक चौहान और बसंत राठिया को वारदात की जगह पर लेकर गये और उनसे घटना को रीक्रिएट कर दिखाने को कहा. इस दौरान तीनों गार्ड ने जो बताया उस पर पुलिस टीम को गार्ड बसंत राठिया पर संदेह हुआ. पुलिस की टीम ने उससे अलग से पूछताछ किया. पूछताछ में गार्ड लगातार अपना बयान बदल रहा था. जिसके बाद सख्ती से उससे पूछताछ में उसने अपराध में शामिल होना कबूल किया.

ऐसे दिया वारदात को अंजाम

आरोपी गार्ड बसंत राठिया ने बताया कि वह और ग्राम बरभौना, घरघोड़ा का राकेश झरिया दोनों ने मिलकर इस डकैती की योजना बनाई थी. राकेश झरिया कम्पनी में लगी गाड़ियों की देखरेख करता था जिसका कंपनी में आना-जाना भी था. बसंत राठिया और राकेश झरिया ने प्लान बनाया कि अभी लॉक डाउन में स्टाफ कम हैं, ऐसे में वारदात को अंजाम देना आसान होगा. तब राकेश और बसंत ने मिलकर वारदात को अंजाम देने के लिए पहले से बनाई योजना के अनुसार 07 मई की रात 12.40 बजे 02 स्कार्पियो और एक मोटर सायकल में अपने अन्य साथियों के साथ पहुंचे. जिन्हें आते देख बसंत राठिया दो गार्ड सुरेश चौहान, त्रिम्बक चौहान के साथ छुप गया.  जब आरोपी उन्हें खोज नहीं पाए तो उसने टार्च जलाकर उन्हें अपने छिपे होने की जानकारी दी. जिसके बाद वहां पहुंचे आरोपियों ने गार्डों को बांधकर जंगल ले गए. जंगल में आरोपियों ने उन्हें रुपये-पैसों को प्रलोभन दिया लेकिन दोनों गार्डों ने इंकार कर दिया लेकिन  तीसरा गार्ड बसंत राठिया ने आफिस में क्या-क्या सामान कहां रखा है उसकी जानकारी उन्हें दे दी.

आरोपी राकेश झरिया कम्पनी के पीकअप में कापर ड्रम को लोड कर खरसिया के आडपथरा लेकर गये जहां उनकी योजना कापर ड्रम को डेम में पानी के अंदर छिपाने की थी पर ड्रम पानी में गिरा नहीं पाये और वहीं छोड़कर भाग आये. एक स्कापियो में कम्पनी के आफिस से लूटी हुई A.C., तीन डेस्कटाप कम्प्यूटर, एक कलर प्रिंट वगैरह रखा था, जिसे राकेश और उसके साथी लेकर भाग गये. इन सामानों को पुलिस अभी बरामद नहीं कर पाई है. वहीं आरोपी बसंत के मेमोरेण्डम पर कापर वायर ड्रम 3000 मीटर कीमती 13,95,660 रूपये को आडपथरा खरसिया से बरामद किया गया. तीन आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद घटना में शामिल फरार आरोपियों की पतासाजी, गिरफ्तारी के लिये एसपी संतोष सिंह ने चार टीमें बनाई है.

Scroll to Top