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भिलाई/ पाटन के बठेना गांव में शनिवार को एक ही परिवार के पांच लोगों की लाश मिली। रामबृज गायकवाड़ व पुत्र संजू का शव फंदे में लटका मिला। वहीं, पत्नी और दो बेटी दुर्गा व ज्योति का शव पैरावट में जला हुआ मिला। मृतकों के घर से एक सुसाइड नोट बरामद हुई है, जिसमें कर्ज और आर्थिक तंगी की बात की लिखी गई है।
फोरेंसिक टीम का कहना है कि करीब 12 फुट की ऊंचाई पर रस्सी बांधी गई। फिर टेबल पर खड़े होकर पिता-पुत्र ने अपनी-अपनी गर्दन में फंदा लगाया। बेटा जैसे ही टेबल से नीचे झूला, पिता की रस्सी तन गई और दोनों की मौत हो गई। पैरावट में तीन लाशें जलीं। घर के अंदर संघर्ष के कोई निशान नहीं मिले, पुलिस के मुताबिक पत्नी और बेटियों को मारने के बाद पिता-पुत्र ने फांसी लगाई होगी।
कर्ज से परेशान होने का अंदेशा:-
रामबृज गायकवाड़ लंबे समय से कर्ज और आर्थिक तंगी से जूझ रहा था। इससे उबरने के लिए उसने 12 में साढ़े ग्यारह एकड़ खेत भी बेच दी, इसके बावजूद जब समस्या दूर नहीं हुई तो परिवार के साथ खुद को खत्म करने का क्रूर फैसला किया। यह खुलासा उसके सुसाइड नोट से हो रहा है।
सुसाइड नोट बरामद:-
घटना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने सबसे पहले पिता-पुत्र के शवों को अपने कब्जे में लिया और मरच्यूरी में भेज दिया। फिर घर की तलाशी शुरू की। इसी दौरान रात करीब साढ़े नौ बजे एक सुसाइड नोट मिला। इसमें ऐसे पांच-सात लोगों के नामों का उल्लेख है जिनसे उसने कर्ज ले रखा था। सुसाइड नोट के मुताबिक ये लोग किसी भी हालत में कर्ज लौटाने के लिए लगातार दबाव बना रहे थे। इसमें यह भी लिखा है कि फिलहाल रामबृज पर 18 से 20 लाख का कर्ज है।
करीब पांच पेज के सुसाइड नोट के अंत में परिवार से माफी मांगते हुए लिखा है, ‘अब दुनिया से अलविदा होने का समय आ गया है। आप लोग खुश रहना। जिसकी जो देनदारी मुझ पर निकल रही है, मेरे हिस्से की संपत्ति बेचकर उसे दे दी जाए।’
स्थानीय लोगों का कहना है कि सुसाइड नोट में जिन लोगों के नाम हैं, वे बड़े सूदखोर हैं। ये अवैध ब्याज का धंधा करते हैं। रसूखदार होने के कारण पुलिस इन्हें बचाने का प्रयास कर रही है।