धोखाधड़ी : बिजनेस पार्टनर ने दिया धोखा, 4 करोड़ गबन करने का आरोप, जांच में जुटी पुलिस..

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बिलासपुर/ रानी अटारी से चार करोड़ का कोयला लेकर ओडिशा और झारखंड भेजने बजाय लोखंडी के कोल प्लाट में डंप कर दिया। ट्रांसपोर्टर को धोखे में रखते हुए बिजनेस पार्टनर ने कोयले को खुले बाजार में बेच दिया। इसकी जानकारी होने पर ट्रांसपोर्टर ने सकरी थाने में की है। पुलिस जुर्म दर्ज कर मामले की जांच कर रही है। तिफरा के यदुनंदन नगर में रहने वाले केपी पियासी ट्रांसपोर्टर हैं। उन्होंने अपनी शिकायत में बताया कि स्र्गटा माइंस लिमिटेड की ओर से उन्हें रानी अटारी खदान से 37 हजार 500 टन कोयले की ट्रांसपोर्टिंग का आर्डर मिला था। इसे 45 दिन के भीतर पूरा करना था। बड़ा आर्डर होने के कारण उन्हें आर्थिक समस्या आ रही थी। इस पर उन्होंने अपने परिचित ब्रिजेश सिंह से संपर्क किया। ब्रिजेस ने एक करोड़ स्र्पये की मदद की।

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ब्रिजेश के माध्यम से ही ट्रांसपोर्टर की मुलाकात अलका एवेन्यू में रहने वाले दीपक सिंह, राजू सिंह और मुरारी सोनी से हुई। दीपक का लोखंडी में कोल डीपो है। वहीं, पर उनके बीच व्यापार को लेकर बातचीत हुई। इसमें तय हुआ कि दीपक, राजू और मुरारी को रानी अटारी खदान से कोयला ओडिशा और झारखंड में कोयला ट्रांसपोर्ट करने 18 सौ स्र्पये प्रति टन के हिसाब से भुगतान किया जाएगा। 20 सितंबर से उन्होंने खदान से कोयले का ट्रांसपोर्ट शुरू किया। एक करोड़ स्र्पये का कोयला पहुंचाने के बाद कंपनी की ओर से 33 लाख का भुगतान किया गया। साथ ही कंपनी की ओर से कोयले की सप्लाई जारी रखने कहा गया। ट्रांसपोर्टर और उसके पार्टनर एक करोड़ 50 लाख का काम पूरा कर लिया। इस बीच कंपनी की ओर से भुगतान के लिए टालमटोल की जाने लगी। इसी बीच दीपक और उसके साथियों ने ट्रांसपोर्टर और ब्रिजेश को बिना बताए 23 ट्रेलर के कोयले को गायब कर दिया।

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