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कोरबा (हरदी बाजार)// हरदी बाजार परियोजना अंतर्गत माह के पहले मंगलवार यानी आज रेडी टू ईट पूरक पोषण आहार वितरण किया जाना था। लेकिन रेडी टू ईट का वितरण नहीं हुआ है, इससे साफ नजर आ रहा है कि स्व सहायता समूह, सेक्टर सुपरवाइजर एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता किस तरह बच्चों के पेट पर लात मार रहे हैं। यह कारनामा परियोजना हरदी बाजार अंतर्गत आने वाले ग्राम कोरबी, खम्हरिया, पत्थर्री, ढ़ोलपुर, एवं अंडीकछार की है।
वहीं इस मामले पर क्षेत्र के जनपद सदस्य प्रतिनिधि अशोक पाटले एवं पूर्व सरपंच कोरबी विजय धनुवार के कहा कि इस तरह दूध मुहे बच्चों के एवं गर्भवती महिलाओं के पेटो में लात मारने की बराबर कार्य किए जा रहे हैं एवं शासन की नियमों का उल्लंघन करने साथ ही विश्व महामारी कोरोनावायरस में सभी जगह के आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के द्वारा सभी घरों में 0 से 5 साल के बच्चे एवं गर्भवती महिलाओं के घर में जाकर पोषण आहार दिया जाना है। इसके बावजूद भी लापरवाही करते हुए इन जगहों पर पूरक पोषण आहार वितरण नहीं किया गया।
मिली जानकारी के अनुसार उक्त स्व सहायता समूह के ठेकेदार हरदी बाजार निवासी ज्योति पांडे है, जबकि हरदी बाजार परियोजना से लगे स्पेक्टर हरदी बाजार सराय सिंगार में नजदीक जगह में 2 दिन पूर्व ही पूरक पोषण आहार का वितरण समूह के द्वारा आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को दे दी गई थी। जिसे आज वितरण किया गया है। लेकिन परियोजना से 10 से 15 किलोमीटर दूर स्थानों में पोषण आहार नहीं बांटा गया है जिस कारण आज आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के द्वारा रेडी टू ईट पोषण वितरण नहीं किया है।
इस मामले पर जब परियोजना अधिकारी हरदी बाजार कोसलेश देवांगन से बात हुई तो उन्होंने बताया कि इस तरह से अगर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सेक्टर सुपरवाइजर एवं स्व सहायता समूह के द्वारा लापरवाही करते हुए पूरक पोषण आहार का वितरण नहीं किया गया है तो इसके लिए सख्त से सख्त कार्यवाही की जाएगी। यह घोर लापरवाही है क्योंकि लॉकडाउन में 0 से 5 वर्ष के बच्चे एवं गर्भवती महिलाओं को घर पहुंचा कर पूरक पोषण आहार देना है ।