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बिलासपुर// बिलासपुर में जमीन विवाद के चलते कार सवारों ने बाइक सवार एक युवक को अगवा करने का प्रयास किया। आरोपियों ने युवक को स्टिक, रॉड और तलवार लेकर मारने के लिए भी दौड़ा लिया। किसी तरह वह जान बचाकर थाने पहुंचा और जानकारी दी। वहीं पीछा करते हुए आरोपी भी थाने तक पहुंच गए। पुलिस ने दो आरोपियों को पकड़ लिया है। कार की तलाशी में हथियार बरामद हुए हैं। खास बात यह है कि FIR दर्ज करने को लेकर प्रशिक्षु IPS विकास कुमार और सिविल लाइन थाना प्रभारी जेपी गुप्ता में बहस हो गई। इसके बाद तीन अलग-अलग केस दर्ज किए गए हैं।
जानकारी के अनुसार, रविवार रात गंगानगर निवासी अमित सिंह (40) बुलेट में सवार होकर भागते हुए सिविल लाइन थाने पहुंचा। उसे गाड़ी रोककर अंदर भागते देख प्रशिक्षु IPS विकास कुमार ने पूछताछ की, तो उसने बताया कि जमीन संबंधी विवाद में दो दिन पहले कुछ युवकों ने उसके अपहरण की कोशिश की थी। तब उसने इस घटना की रिपोर्ट दर्ज नहीं कराई थी। इसके बाद वह रविवार शाम वह मुंगेली नाका चौक के दीपक फोटो कॉपियर्स के पास रोड में पहुंचा था। उसी समय कार में सवार बोदकू ठाकुर और दिलीप मिश्रा आए। दोनों उनकी बाइक को ओवरटेक करते हुए कलेक्टोरेट तक पहुंच गए। फिर बाइक के सामने कार अड़ाकर रोक दी और तलवार, रॉड और स्टिक लेकर मारने के लिए दौड़ाया।। वह किसी तरह भागते हुए सिविल लाइन थाना पहुंचा है।
IPS और टीम ने ली कार की तलाशी
युवक के बताए अनुसार प्रशिक्षु IPS विकास कुमार उसे लेकर घटनास्थल जाने के लिए निकले, तभी थाने के बाहर युवक ने कार को देख लिया और पुलिस अफसर को इसकी जानकारी दी। कार सवार बोदकू ठाकुर और दिलीप मिश्रा को पकड़कर पुलिस ने कार की तलाशी ली, तब उसमें तलवार, रॉड और स्टिक बरामद हो गई। फिर पुलिस उन्हें पकड़कर थाने ले गई। घटना की जानकारी TI जेपी गुप्ता को हुई, तब वह थाने पहुंचकर पकड़े गए युवकों से पूछताछ करने लगे।
इतनी देर में पकड़े गए युवकों के बचाव में राजनीतिक दल के कुछ लोग पहुंच गए। युवक अपने आप को जनप्रतिनिधि होने का धौंस दिखाने लगे। तब IPS विकास कुमार ने उन्हें थाने से भगा दिया। इस दौरान केस दर्ज करने को लेकर हस्तक्षेप करने पर IPS विकास और TI जेपी गुप्ता के बीच बहस हो गई। बाद में IPS विकास कुमार ने मामले को TI पर छोड़ दिया। उनके निर्देश पर पुलिस ने एक ही मामले में अलग-अलग तीन केस दर्ज किया है।
पहली FIR में बताया दो दिन पहले हुई थी अपहरण की कोशिश
गंगानगर फेस- 2 निवासी गौतम ने अपनी शिकायत में बताया है कि वह जमीन और ट्रांसपोर्टिंग का काम करता है। एक अप्रैल को मंगला चौक स्थित साई सैलून में बैठा था। तभी वहां नंद विहार के रहने वाले अजय, बोदकू ठाकुर और दिलीप मिश्रा पहुंचे। इस दौरान उन्होंने उसे पकड़ लिया और जबरदस्ती साथ लेकर जाने का प्रयास करने लगे। विरोध किया, तब उसे धमकी दी गई। वह किसी तरह वहां से भाग गया। उसने इस घटना की रिपोर्ट दर्ज नहीं कराई थी। भाई के साथ हुई घटना के बाद अब उसने केस दर्ज कराया है।
भाई ने दर्ज कराई दूसरी FIR
गौतम के भाई अमित सिंह की रिपोर्ट पर पुलिस ने दूसरा केस दर्ज किया है। कार सवार बोदकू ठाकुर और दिलीप मिश्रा उसकी बाइक को रोककर अपहरण और तलवार व अन्य हथियार से हमला करने की कोशिश कर रहे थे। तब वह भागकर थाने पहुंचा। हमलावरों के पास से पुलिस ने हथियार जब्त किया है। उसकी इस रिपोर्ट पर पुलिस ने धारा 341,294, 5०6, 323, 25 आर्म्स एक्ट के तहत केस दर्ज किया है।
आरोपी पक्ष ने भी दर्ज कराया केस
इधर, इस घटना के बाद आरोपी पक्ष के अन्य लोग भी थाने पहुंच गए। उनकी तरफ से अजय सिंह भी थाने पहुंच गया। उसने पुलिस को बताया कि उसके खिलाफ झूठी रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। गौमत सिंह और उसके भाई अमित ने उसे धमकी दी है। उसने आरोप लगाया कि थाना परिसर में उनके साथ गाली-गलौज करते हुए जान से मारने की धमकी दी गई है। पुलिस ने उसकी रिपोर्ट पर पीड़त पक्ष के खिलाफ अलग से केस दर्ज किया है।