चिटफंड में डूबे 2.46 करोड़ वापस : मुख्यमंत्री ने बटन दबाकर निवेशकों के खाते में लौटाई रकम, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये कुछ निवेशकों से भी की बात..

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राजनांदगांव// जिले की शारदा वर्मा ने एक चिटफंड कंपनी में 5 लाख रुपए का निवेश किया था। कंपनी संचालकों ने वादा किया था कि पांच साल में उनकी रकम दोगुनी हो जाएगी। 2012 में रकम जमा हुई और 2014-15 में कंपनी भाग गई। पूरी रकम डूब गई। अब सरकार ने संबंधित कंपनी की जमीन नीलाम कर शारदा की डूबी रकम का थोड़ा हिस्सा लौटाया है।

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मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मंगलवार को राजनांदगांव जिले की चिटफंड कंपनियों के निवेशकों को 2 करोड़ 46 लाख की राशि वापस की। यह रकम चिटफंड कंपनियों की कुर्क की गई संपत्ति को नीलाम कर वसूली गई है। शारदा वर्मा के खाते में 50 हजार रुपए पहुंचे हैं। राजनांदगांव के ही पुन्नूराम साहू ने बताया, उन्होंने 50 हजार रुपए का निवेश किया था। कहा गया था कि कंपनी 1 लाख 50 हजार वापस करेगी। उनको उम्मीद थी कि वह रकम मिलेगी तो वे अपना घर बना लेंगे। कंपनी भाग गई और उनकी बचत भी डूब गई। सरकार ने पिछली बार रकम वापसी कराई थी तो उनके खाते मे 15 हजार रुपए आए थे। वहीं के किसान महरूराम ने बताया, उन्होंने 2014 में चिटफंड कंपनी में 3 लाख रुपए जमा कराए थे। पांच साल में दोगुना लौटाने की बात हुई थी। कंपनी भाग गई तो रुपए वापस मिलने की उम्मीद भी खत्म हो गई। सरकार ने पिछली बार 90 हजार रुपए खाते में भेजे थे, आज 30 हजार रुपया आया है।

पिछली बार 7.32 करोड़ वापस हुए थे

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बताया, राजनांदगांव जिले के ऐसे 16 हजार 796 निवेशकों को पहले भी पैसा वापस किया गया है। पिछली बार 7 करोड़ 32 लाख रुपए की रकम वापस हुई थी। मंगलवार के 2 करोड़ 46 लाख रुपए को मिलाकर राजनांदगांव के निवेशकों के 9 करोड़ 32 लाख रुपए की डूबी रकम वापस की जा चुकी है। मुख्यमंत्री ने कहा, पूरे देश में यह पहली सरकार है जो चिटफंड कंपनियों में डूबी रकम निवेशकों को वापस कर रही है।

अकेले राजनांदगांव में 3 लाख आवेदन

राजनांदगांव के कलेक्टर तारण प्रकाश सिन्हा ने बताया, चिटफंड की धोखेबाजी का शिकार हुये लोगों से आवेदन मंगाए गए थे। अकेले राजनांदगांव जिले में ही 3 लाख से अधिक आवेदन आए हैं। इसके आधार पर प्रशासन ने 462 कंपनियों की शिनाख्त की है। जहां भी इनकी संपत्ति मिल रही है, उसको कुर्क किया जा रहा है। न्यायालय से अंतिम आदेश मिलने बाद नीलाम कर पैसा वसूला जा रहा है।

दिसंबर में फिर होगी नीलामी

राजनांदगांव कलेक्टर ने बताया, अलग-अलग जगहों पर तीन संपत्तियों का डिक्री मिली है। दिसंबर के पहले सप्ताह में करीब 5 एकड़ जमीन की नीलामी प्रस्तावित है। उससे मिली रकम को भी निवेशकों को वापस किया जाएगा। राजनांदगांव के पुलिस अधीक्षक डी. श्रवण ने बताया, जिले में अभी तक चिटफंड कंपनियों के 61 संचालक गिरफ्तार किए गए हैं। कार्रवाई अब भी जारी है।

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