अन्य राज्यों से अब तक 2.31 लाख से अधिक श्रमिकों की छत्तीसगढ़ सकुशल वापसी

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रायपुर/ नोवेल कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम के लिए लागू लॉकडाउन से उत्पन्न परिस्थितियों के कारण अन्य राज्यों में फंसे छत्तीसगढ़ के लगभग 2 लाख 31 हजार श्रमिकों की सकुशल वापसी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की पहल से संभव हो सकी है. अन्य राज्यों से लौटे इन प्रवासी श्रमिकों को राज्य सरकार द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) के माध्यम से रोजगार उपलब्ध कराया जा रहा है.श्रम मंत्री डॉ. शिव कुमार डहरिया ने बताया कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में अन्य राज्यों में फंसे श्रमिकों को सुरक्षित छत्तीसगढ़ लाने का सिलसिला जारी है. राज्य शासन द्वारा श्रमिक स्पेशल ट्रेनों एवं अन्य वाहनों के माध्यम से 2.31 लाख से अधिक श्रमिक वापस छत्तीसगढ़ लौट चुके हैं. राज्य शासन द्वारा इन श्रमिकों को छत्तीसगढ़ लाने के लिए 59 स्पेशल श्रमिक ट्रेनों पर सहमति प्रदान की गई है.

डॉ. डहरिया ने बताया कि देश व्यापी लॉकडाउन के चलते अन्य राज्यों में फंसे छत्तीसगढ़ के श्रमिकों, छात्रों एवं चिकित्सा की आवश्यकता वाले लोगों की वापसी के लिए राज्य सरकार द्वारा पहल की गई. छत्तीसगढ़ के प्रवासी श्रमिकों एवं अन्य लोगों की वापसी के लिए ऑनलाइन पंजीयन की व्यवस्था के तहत 2 लाख 96 हजार 587 से अधिक लोगों ने पंजीयन करवाया है. उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ राज्य के भीतर अन्य जिलों में फंसे 14 हजार 335 श्रमिकों को सकुशल उनके गृह जिला भिजवाया गया है. वहीं छत्तीसगढ़ में फंसे अन्य राज्यों के 28 हजार 450 श्रमिकों को वापस उनके गृह राज्य भेजा गया.श्रम मंत्री ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान अन्य राज्यों में फंसे छत्तीसगढ़ के 17 हजार 677 श्रमिकों को भोजन, राशन, चिकित्सा आदि की व्यवस्था व तत्कालिक राहत पहुंचाने के उद्देश्य से उनके खातों में 66 लाख 73 हजार रूपए की राशि का सीधे अंतरित की गई है. छत्तीसगढ़ राज्य के नोडल अधिकारी एवं श्रम सचिव सोनमणि बोरा एवं अन्य अधिकारियों द्वारा संबंधित राज्यों के अधिकारियों एवं नियोक्ताओं से लगातार सम्पर्क कर श्रमिकों की समस्याओं का निदान एवं छत्तीसगढ़ के श्रमिकों की सकुशल वापसी की व्यवस्था की जा रही है.


उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार राज्य में श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध हो सके इसकी व्यवस्था की जा रही है. महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) के तहत 23 लाख 3 हजार से अधिक मजदूरों को रोजगार मिल रहा है. राज्य कर्मचारी बीमा सेवाएं (ईएसआई) के द्वारा संचालित 42 क्लीनिकों के माध्यम से 71 हजार 44 श्रमिकों को निःशुल्क इलाज एवं दवाएं उपलब्ध कराई गई है. प्रवासी श्रमिकों एवं नागरिकों की मदद के लिए राज्य स्तर पर 24 घंटे हेल्प लाइन सेंटर संचालित है. हेल्प लाइन नंबर 0771-2443809, 91098-49992, 75878-22800, 75878-21800, 96858-50444, 91092-83986 एवं 88277-73986 है.

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