शेयर करें...
रायपुर// पिछले तीन दिनों से प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में दक्षिण से ठंडी हवाएं आ रही हैं। इसकी वजह से दिन का अधिकतम तापमान सामान्य से कम बना हुआ है। अगले सप्ताह से तापमान में बड़ी वृद्धि के आसार दिख रहे हैं। क्योंकि 25 मई से नौतपा शुरू हो रहा है। मान्यता है कि इन 9 दिनों में सीजन की सबसे अधिक गर्मी पड़ती है।
रायपुर स्थित महामाया मंदिर के पं. मनोज शुक्ला का कहना है, नौतपा साल के वह 9 दिन होते हैं जब सूर्य पृथ्वी के सबसे नजदीक रहता है। इस कारण से इन 9 दिनों में भीषण गर्मी पड़ती है और इसी कारण से इसे ’नौतपा’ कहते हैं। यह संयोग तब बनता है जब सूर्य 15 दिनों के लिए रोहिणी नक्षत्र में आते हैं। उन पंद्रह दिनों के पहले नौ दिन सर्वाधिक गर्मी वाले होते हैं। इसीलिये इन्हीं शुरुआती नौ दिनों को नौतपा के नाम से जाना जाता है। यदि इन नौ दिनों में किसी भी प्रकार से बारिश न हो और न ही ठंडी हवा चले तो यह माना जाता है कि आने वाले दिनों में अच्छी बारिश होगी। नौतपा के लिए सूर्य के वृष राशि के 10 अंश से 23 अंश 40 कला तक होना महत्वपूर्ण है। इस वर्ष सूर्य 25 मई से 8 जून तक रोहिणी नक्षत्र में 10 से 23 अंश 40 कला तक रहेगा। ऐसे में 2 जून तक नौतपा की स्थिति मानी जाएगी।
इसी से लगाया जाता था मौसम का पूर्वानुमान
पं. मनोज शुक्ला ने बताया, पहले सामान्य जीवन में भी नौतपा के संकेतों का उपयोग किया जाता था। नौतपा के दौरान हुई वर्षा, आंधी, गर्मी और हवा के संकेतों से बरसात का पूर्वानुमान लगाया जाता था। इन्हीं 9 दिनों में हुई मौसमी गतिविधियों से इसका आकलन हो जाता था कि इस साल कितना पानी बरसेगा।
सूर्य के साथ ग्रहों के संबंधों का गणित
पं. मनोज शुक्ला ने बताया, सूर्य 12 राशियों, 27 नक्षत्रों में भ्रमण करता है। ज्योतिष के अनुसार सूर्य कुंडली में जिस भी ग्रह के साथ बैठता है तो उसके प्रभाव का अस्त कर देता है। रोहिणी नक्षत्र का अधिपति ग्रह चंद्रमा होता है। ऐसे में जब सूर्य रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करता है तो वह चंद्र की शीतलता के प्रभाव पूर्णत: समाप्त करके ताप बढ़ा देता है। यानी पृथ्वी को शीतलता नहीं मिलती। इस कारण तापमान भी अधिक बढ़ जाता है।