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महासमुन्द// छत्तीसगढ़ के नवनियुक्त डीजीपी अशोक जुनेजा और उड़ीसा के डीजीपी अभय के द्वारा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से अवैध मादक पदार्थों की तस्करी रोकने संबंधी चर्चा के ठीक दूसरे दिन महासमुंद जिले के सरायपाली पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए भारी मात्रा में गांजा परिवहन कर रहे दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
गांजा तस्कर लग्जरी डस्टर कार में उड़ीसा से छत्तीसगढ़ गांजा की तस्करी कर रहे थे। मामले का खुलासा करते हुए सरायपाली एसडीओपी विकास पाटले ने आज जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस अधीक्षक द्वारा सभी थाना क्षेत्रों में अवैध मादक पदार्थो की तस्करी रोकने के निर्देश दिए गए हैं जिसके परिपालन में सरायपाली थाना प्रभारी द्वारा संदिग्ध वाहनों पर नजर रखी जा रही थी। इसी दौरान मुखबिर से सूचना मिली कि डस्टर कार पदमपुर उड़ीसा की ओर से गांजा परिवहन करते हुए आ रहा है। मुखबिर की सूचना के आधार पर पुलिस टीम रवाना की गई और जोगनीपाली मोड़ के पास घेराबंदी कर वाहन का इंतजार किया जा रहा था। इसी समय पदमपुर की ओर से नीले रंग की कार क्रमांक ओडी 02 ऐफ 4233 को आते देखा गया। पुलिस द्वारा इस कार को घेराबंदी कर रोका गया। कार में दो व्यक्ति बैठे हुए थे जो उड़ीसा के रहने वाले थे। उनसे पूछताछ करने पर गोलमोल जवाब देने लगे, जिस पर पुलिस टीम को संदेह हुआ और वाहन की तलाशी ली गई। जिसमें कार की डिक्की में सफेद रंग के प्लास्टिक बोरियों में भरा हुआ कुल 83 पैकेट मादक पदार्थ गांजा मिला।
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उड़ीसा से बिक्री हेतु उक्त मादक पदार्थ जांजगीर-चांपा ले जा रहे थे। गाजा की कीमत 16 लाख 60 हजार रुपए बताई गई है। इस मामले में परिवहन में प्रयुक्त की गई कार को भी जप्त कर लिया गया है और दोनों आरोपियों के खिलाफ नारकोटिक्स एक्ट के तहत प्रकरण दर्ज कर रिमांड पर भेजा गया है। इस कार्यवाही में सरायपाली थाना प्रभारी आशीष वासनिक उप निरीक्षक स्वराज त्रिपाठी, प्रसन्न स्वाईं सहित थाना स्टाफ का महत्वपूर्ण योगदान रहा।