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रायगढ़/ कलेक्टर भीम सिंह ने आज कलेक्टोरेट के सभाकक्ष में शासकीय निर्माण कार्यो से संबंधित जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक लेकर एक-दूसरे विभागों में लंबित प्रकरणों की जानकारी ली. उन्होंने कहा कि जिले के विकास कार्यों को संपन्न कराने में एक-दूसरे विभागों के सहयोग की आवश्यकता होती है. कलेक्टर सिंह ने कहा कि भू-अर्जन प्रकरण, फारेस्ट क्लीयरेंस, पेयजल की व्यवस्था, निर्माण कार्यों में अवरोध उत्पन्न करने वाले विद्युत ट्रांसफार्मर अथवा पोल को व्यवस्थित करना, भूमिगत टेलीफोन केवल का व्यवस्थापन, जल निकासी-सफाई व्यवस्था इत्यादि कार्य एक-दूसरे विभाग के सहयोग से ही संभव है और सभी विभागों के अधिकारियों के बीच सामान्य दिनों में भी निरंतर संवाद जारी रहना चाहिये.

बैठक के दौरान लोक स्वास्थ्य यांत्रिकीय विभाग के कार्यपालन यंत्री ने बताया कि जिले के सारंगढ़ और बरमकेला विकास खण्ड को छोड़कर सभी विकासखण्डों में भू-जलस्तर अच्छा रहता है. पिछले गर्मी के मौसम में इन प्रभावित विकासखण्डों में 555 हैण्डपंपों में भू-जल स्तर कम होने के कारण बाधा आयी है. कलेक्टर सिंह ने निर्देश दिया कि सभी हैण्डपंपों और बोर के पास अनिवार्य रूप से शॉक पिट का निर्माण करें ताकि गर्मी में हेण्डपंप सूखने की समस्या न हो. उन्होंने निर्देशित किया कि नल-जल योजना के तहत स्थापित किये गये बोर में विद्युत सप्लाई निरंतर बनी रहनी चाहिये. बैठक के दौरान विद्युत मंडल के अधिकारियों ने विद्युत व्यवस्था के लिए धरमजयगढ़ क्षेत्र सब स्टेशन निर्माण हेतु 15 एकड़ भूमि उपलब्ध कराने का आग्रह किया.

कलेक्टर सिंह ने जल संसाधन विभाग के 6 संभागों की जानकारी लेते हुए जिले में नदियों के किनारे वृक्षारोपण की वृहद कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिये. उन्होंने कहा कि अभी अगस्त तक का समय वृक्षारोपण के लिये सर्वाधिक उपयुक्त है इसमें जिले के चारो नदी (महानदी, मांड, केलो और कुकरेल) के दोनों किनारों पर बहुतायत में पेड़-पौधे लगाये जा सकते है. उन्होंने पिछले 10 वर्षो में जिले में जल संसाधन विभाग द्वारा बड़ी तथा छोटी नहरों के निर्माण से सिंचाई रकबे कितनी वृद्धि हुयी इसकी जानकारी प्रस्तुत करने के निर्देश दिये. कलेक्टर सिंह ने लोक निर्माण विभाग के सेतु तथा राष्ट्रीय राजमार्ग सहित सभी अधिकारियों को जिले के भीतर कराये जा रहे निर्माण कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिये. उन्होंने आवश्यकतानुसार नये रेल ओव्हर ब्रिज (आरओबी)तथा रेलवे अण्डर ब्रिज का सर्वे कर प्रस्ताव तैयार करने निर्देश दिये, जिससे जिले में लोगों को सुगम यातायात उपलब्ध हो सके.
कलेक्टर सिंह ने वन्य प्राणियों की मृत्यु होने पर चिन्ता व्यक्त करते हुए वनमंडलाधिकारी रायगढ़ तथा धरमजयगढ़ वनमंडल के उपस्थित प्रभारी अधिकारी को निर्देशित किया कि वन्य प्राणियों की मृत्यु रोकने के आवश्यक उपाय किये जाये, वन क्षेत्रों में अवैध और खुले तारों से लिये गये विद्युत कनेक्शन लेने वालों के विरूद्ध बिजली विभाग के साथ मिलकर संयुक्त अभियान चलाकर एफआईआर दर्ज करावे.
कलेक्टर सिंह ने जिले के शहरी क्षेत्रों में सड़क चौड़ीकरण में आने वाली रूकावटों को दूर करने के लिये नगर निगम, लोक निर्माण विभाग तथा बिजली विभाग के अधिकारियों को संयुक्त रूप से निरीक्षण कर मार्गबाधित करने वाले स्थानों को चिन्हांकित कर वहां से अतिक्रमण अथवा विद्युत ट्रांसफार्मर और पोल हटाये जाने के लिए निर्देशित किया. उन्होंने जिले में पीएमजीएसवाय और सीएमजीएसवाय के तहत निर्मित होने वाली सड़कों में आने वाली बाधाओं को दूर करने के लिये संबंधित क्षेत्र के एसडीएम से मिलकर बाधा दूर करने के निर्देश दिये. कलेक्टर सिंह ने अधिकारियों को निर्देशित किया कुछ पैसे खर्च करके गांवों की तस्वीर में बदलाव लाया जा सकता है और आदर्श गांव बनाये जा सकते है तथा निर्माण मूलक बहुत से कार्य रोजगार गारंटी योजना के तहत भी कराये जा सकते है. अत: इस हेतु सभी अधिकारी अपने विभाग से कराये जाने वाले कार्यों की सूची और प्रस्ताव जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी के पास प्रस्तुत करें.
कलेक्टर सिंह ने कहा कि किसी भी विभाग का प्रस्ताव अन्य विभाग में लंबित नहीं रहना चाहिये. बैठक में सीईओ जिला पंचायत ऋचा प्रकाश चौधरी, डीएफओ मनोज पाण्डेय, अपर कलेक्टर आर.ए.कुरूवंशी, आयुक्त नगर निगम आशुतोष पाण्डेय सहित शासकीय निर्माण कार्यो से संबंधित विभागों के कार्यालय प्रमुख उपस्थित थे.