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रायपुर/ छत्तीसगढ़ में पहले चरण की वोटिंग के लिए 10 सीटों पर सुबह 7 बजे से वोटिंग शुरू हो चुकी है। यह दोपहर 3 बजे तक चलेगी। इन सीटों में मोहला-मानपुर, अंतागढ़, भानुप्रतापपुर, कांकेर, केशकाल, कोंडागांव, नारायणपुर, दंतेवाड़ा, बीजापुर और कोंटा विधानसभा सीट शामिल हैं।
इनके अलावा, पंडरिया, कवर्धा, खैरागढ़, डोंगरगढ़, राजनांदगांव, डोंगरगांव, खुज्जी, बस्तर, जगदलपुर और चित्रकोट में सुबह 8 से 5 बजे तक वोट डाले जाएंगे।
बस्तर संभाग की 12 और राजनांदगांव, कवर्धा, खैरागढ़ और मोहला-मानपुर जिले की 8 सीटों पर वोट डाले जाएंगे। 5 हजार से ज्यादा मतदान केंद्र बनाए गए हैं। महिला वोटरों की मदद के लिए 200 संगवारी और 11 आदर्श मतदान केंद्र बनाए गए हैं।
इन 20 सीटों पर 233 प्रत्याशी मैदान में हैं। इनमें पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह, कैबिनेट मंत्री मोहम्मद अकबर, मंत्री कवासी लखमा और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज शामिल हैं। इनके अलावा 198 पुरुष, 25 महिला प्रत्याशी चुनाव लड़ेंगे। इस बार 40 लाख 78 हजार से अधिक मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे।
महिलाओं के लिए संगवारी बूथ
चुनाव आयोग ने संगवारी के नाम से नई पहल की है। छत्तीसगढ़ के 900 पोलिंग बूथों पर संगवारी मतदान केंद्र बनाए जा रहे हैं। पहले चरण में 200 बूथों में संगवारी होंगी। इन बूथों पर मतदान की पूरी जिम्मेदारी महिलाओं की होगी। यहां बूथ इंचार्ज, सहायक से लेकर पुलिस फोर्स से लेकर सब कुछ महिलाएं करेंगी। पिछली बार जहां जहां मतदान कम हुआ था, उसे बढ़ाने के लिए ये कदम उठाया गया है।
10-10 सीटों पर अलग-अलग समय में मतदान
20 में से अधिकतर सीटें नक्सल प्रभावित हैं। इसे देखते हुए निर्वाचन आयोग ने वोटिंग के लिए अलग-अलग समय तय किया है। 10 सीटों पर 8 घंटे यानी सुबह 7 बजे से 3 बजे तक और बाकी की 10 सीटों पर 9 घंटे यानी सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक वोट डाले जा सकेंगे।
चुनाव में इस बार भी दागी प्रत्याशी मैदान में
एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक, राजनीतिक दलों ने इस बार भी दागी प्रत्याशियों को मैदान में उतारा है। पांच विधानसभा सीटों पर खड़े 57 प्रत्याशियों में से 15 पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। भाजपा, कांग्रेस के साथ ही आप, जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़-जे (JCCJ) सहित अन्य छोटे दलों में दागी प्रत्याशी हैं।
बस्तर संभाग में 35 मतदान केंद्र महिला कमांडो के हवाले
बस्तर संभाग की 12 सीटों पर वोटिंग के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। इसमें केंद्रीय अर्द्ध सैनिक बल सहित DRG, STF, COBRA बटालियन और बस्तर फाइटर्स के जवानों को लगाया गया है। 35 से अधिक मतदान केंद्र महिला कमांडो की सुरक्षा में रहेंगे। पड़ोसी राज्य तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, ओडिशा की स्पेशल फोर्स को बार्डर पर तैनात किया गया है।
नक्सल प्रभावित बूथ पर तीन स्तरीय सुरक्षा घेरा
नक्सल संवेदनशीलता के आधार पर 600 से अधिक मतदान केंद्र चिह्नित किए गए हैं। यहां तीन स्तरीय सुरक्षा घेरा रहेगा। नक्सलियों की निगरानी के लिए ड्रोन और हेलिकॉप्टर तैनात किए जाएंगे। सुरक्षा के लिहाज से बीजापुर, नारायणपुर, अंतागढ़, दंतेवाड़ा और कोंटा के 149 मतदान केंद्रों को शिफ्ट किया गया है।
मतदान के लिए इन 12 दस्तावेजों का कर सकेंगे इस्तेमाल
मतदान करने के लिए मतदाता अपने वोटर आईडी कार्ड के अलावा इन 12 दस्तावेजों का इस्तेमाल कर सकते हैं। निर्वाचन आयोग के अनुसार, पोलिंग बूथ पर ये दस्तावेज भी मान्य होंगे, इनमें से कोई एक दस्तावेज दिखाकर भी वोट डाला जा सकेगा।
30 नवंबर तक एग्जिट पोल पर बैन
छत्तीसगढ़ सहित पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं। भारत निर्वाचन आयोग ने 7 नवम्बर से 30 नवम्बर तक किसी भी तरह के एग्जिट पोल को बैन किया हुआ है। इस संबंध में अधिसूचना जारी की गई है।
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