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रायपुर// लंबे समय से अपनी नियमितीकरण की राह देख रहे विद्यामितान (अतिथि शिक्षक) शिक्षकों के लिए एक और अच्छी खबर निकल कर आई है। जिसके अनुसार विधायक एवं संसदीय सचिव चिंतामणि महाराज ने इन शिक्षकों को ऑनलाइन/ऑफलाइन क्लास में संलग्न करने सहित नियमितीकरण के वादे को पूरा करने के लिए प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल को दूसरी बार अनुशंसा पत्र प्रेषित किया है।
इस भीषण संकट की घड़ी में संसदीय सचिव चिंतामणि महाराज ने बच्चों की शिक्षा की गहरी चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि बीहड़, वनांचल एवं आदिवासी क्षेत्रों में नवमी से बारहवीं तक बड़ी कक्षाओं में मुख्य विषय के शिक्षक विद्यामितान हैं जिन्हें अब अतिथि शिक्षक के रूप में रखा गया है। अभी वर्तमान में मोहल्ला क्लास संचालित करने के आदेश हुए हैं। जिनमें प्रमुख विषय जैसे- गणित, अंग्रेजी, विज्ञान, रसायन, भौतिक, वाणीज्य आदि की पढ़ाई अति आवश्यक है। किन्तु इन विषयों के विशेषज्ञ शिक्षक विद्यामितान (अतिथि शिक्षकों) की सेवा मोहल्ला/ऑनलाइन क्लास में नहीं लेने से इसका बुरा असर बच्चों की शिक्षा पर पड़ेगा। जबकि बच्चों को हर हाल में प्रत्येक विषय की गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा मिलनी चाहिए व इसमें किसी प्रकार की लापरवाही नहीं बरतने का आदेश जारी हुआ है। इस स्थिति में मोहल्ला / ऑनलाइन क्लास में विद्या मितान अतिथि शिक्षकों को भी जोड़कर सतत शिक्षा की व्यवस्था की जानी चाहिए।
उन्होंने कहा कि विद्यामितान अतिथि शिक्षकों का मुद्दा भी बहुत संवेदनशील है। आजीविका के साथ ही साथ बच्चों के भविष्य का मामला है और घोषणा पत्र में विद्यामितानों के नियमितीकरण के लिए प्रमुखता से वादा भी किया गया है। अत: बहुत जल्द ही इस दिशा में ठोस कदम मुख्यमंत्री द्वारा उठाए जाने का भरोसा भी चिंतामणि महाराज के द्वारा दिलाया गया है।
आपको बता दें कि विद्यामितान अतिथि शिक्षक छत्तीसगढ़ के सुदूर, अभावग्रस्त वनांचल क्षेत्रो में अपनी सेवा देते है। उन सुविधा विहीन क्षेत्रों के अध्ययनरत बच्चों की शिक्षा एवं भविष्य को ध्यान में रखते हुए इन शिक्षकों को सेवा में बहाल करने तथा छत्तीसगढ़ कांग्रेस के जनघोषणा पत्र अनुसार नियमितीकरण का वादा पूरा करने के लिए चिंतामणि महराज द्वारा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नाम दूसरी बार अनुशंसा पत्र जारी किया गया है।
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