सोशल डिस्टेंसिंग कागजों तक ही सीमित, नियमो की उड़ाई जा रही धज्जियां

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मुंगेली/ वर्तमान में मुंगेली जिला कोरोना के आंकड़ो में प्रदेश में नंबर एक पर बना हुआ है, और यह क्षेत्र रेड जोन में भी शामिल हो चूका है, बावजूद इसके शुक्रवार को पूर्ण प्रतिबन्ध हटाकर थोड़ी छुट देते ही लोगो की असामान्य भीड़ बाजारों में दिखाई देने लगी. आम नागरिको और किसानो की भीड़ कोरोना महामारी को न्योता देते नजर आ रहे है. वही शहर में लेगे भीड़ से सोशल डिस्टेंसिंग के नियमो को कागजो में ही होना प्रतीत रहा है.


आपको बता दे की जिले में कोरोना महामारी के आकडे को देखते हुए प्रशासन ने 24 मई से 29 मई सुबह तक पूर्ण लॉक डाउन किया था. लेकिन लॉक डाउन में थोड़ी छुट मिलते ही सामान्य दिनों से भी ज्यादा भीड़ जुटी हुई है. वही शहर में दिख रहे आज के इस नज़ारे से जिले में कोरोना के आकडे बढ़ेंगे ही इससे इनकार नही किया जा सकता. यहाँ यह बताना लाजमी होगा कि मुंगेली जिले के ग्रामीण बैंक में सबसे ज्यादा भीड़ थी. क्योकि 21 मई को राज्य सरकार द्वारा राजीव गाँधी किसान न्याय योजना के तहत किसानो के खाते में बोनस राशि जमा की गयी थी. वही मुंगेली में लगे ग्रामीण बैंक के इस भीड़ में कही न कही प्रबंधन की लापरवाही सामने आ रही है.


आपको बता दे कि इसी तरह का भीड़ रोजाना ही सब्जी मंडी में देखा जाता है जहां लॉकडाउन नियमो की खुलेआम धज्जियां उडाई जाती है लेकिन कोरोना संकट में मददगार पुलिस और वालिनटियर कही भी मौजूद नही रहते. जिसका खामियाजा पुरे जिले को कोरोना के विकराल रूप में भुगतना पड़ सकता है. वही इस अव्यवस्थित भीड़ और जिले में सोशल डिस्टेंसिंग के नियमो की उड़ रही धज्जियो को देखते हुए जिला प्रशासन द्वारा तत्काल ही व्यवस्थाओ को सुधारने की जरुरत समझी जा रही है

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