‘सीख ‘ की प्रगति देखने पहुंची यूनिसेफ की टीम, तमनार विकासखण्ड में चलाया जा रहा है ‘सीख ‘ कार्यक्रम

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रायगढ़/ रायगढ़ जिले के तमनार विकासखण्ड में चलाये जा रहे ‘सीख ‘ कार्यक्रम की मॉनिटरिंग के लिए यूनिसेफ की टीम रायगढ़ पहुंची. यूनिसेफ के अधिकारियों द्वारा विकासखण्ड के विभिन्न ग्रामों का दौरा कर बच्चों के पालकों तथा शिक्षकों से कार्यक्रम के संचालन का फीडबैक लिया. जिसके पश्चात यूनिसेफ की टीम द्वारा मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत रायगढ़ ऋचा प्रकाश चौधरी को कार्यक्रम के प्रगति के बारे में बताते हुए भविष्य में इसे और सघनतापूर्वक लागू करने के लिए बनायी गयी कार्ययोजना के विषय में अवगत कराया गया.

यूनिसेफ की टीम ने सराईपाली एवं गौरमुड़ी के पालकों एवं बच्चों से वाट्सअप के द्वारा की जाने वाली पढ़ाई के बारे में जानकारी ली. गौरमुड़ी में इस कार्यक्रम के प्रति बच्चों के साथ माताओं ने भी उत्साह दिखाया. माताएं अपने बच्चों के लिए लर्निंग कार्नर बनाकर उन्हें मोबाइल से आने वाले सोमवार, बुधवार एवं शुक्रवार के वीडियो एवं ऑडियो सामग्री से बच्चों को अवगत कराती है. गौरमुड़ी की प्रधान पाठिका अनुपमा भोय ने उसी विडियो संदेश में बच्चों को होमवर्क करने के लिए भी प्रेरित किया. इसी कड़ी में प्राथमिक शाला सराईपाली में पदस्थ प्रधान पाठिका रामबाई भगत एवं सुरूचि सिदार ने स्मार्ट फोन की सुविधा विहीन बच्चों को चिन्हांकित कर उन्हें स्मार्ट फोन की सुविधा वाले बच्चों के घरों में मोबाइल से पढऩे की व्यवस्था करवायी है. प्राथमिक शाला के प्रधान पाठक अरूण कुमार भोय ने पालको के फीडबैक सहित दैनंदिनी प्रस्तुत किया गया, जिसे यूनिसेफ की टीम द्वारा सराहा गया.

सराईपाली के प्राथमिक शाला के भवन में स्थापित लर्निंग कक्ष में बैठकर सैयद परवेज तथा शेषगिरि मधुसुदन के द्वारा पालकों एवं शिक्षकों से इस कार्यक्रम को और बेहतर बनाने के लिए सुझाव आमंत्रित किया गया. पालकों ने इसे नियमित तथा समयबद्ध तरीके से चलाये जाने हेतु आग्रह किया. जमीनी स्तर पर पालकों को जागरूक करने एवं अपने बच्चो को शैक्षिक कार्यक्रम उपलब्ध कराने के लिए प्रत्येक गांव में मोबाइल वालेन्टियर्स बनाने की चर्चा की गयी. बैठक में बेहतर कार्य करने वाले बच्चों, पालको तथा शिक्षकों को यूनिसेफ के द्वारा प्रमाण-पत्र दिए जाने की जानकारी दी गई. वर्तमान में लॉकडाउन की परिस्थिति को ध्यान में रखते हुए विकासखण्ड के 4 अन्य शैक्षिक समन्वयकों सहित उन संकुलों के पालकों से फोन से संपर्क कर कार्यक्रम के बारे में जानकारी लेकर यूनिसेफ के अधिकारी प्रगति पर आश्वस्त हुए. इस दौरान जिला मिशन समन्वयक रमेश देवांगन, विकासखण्ड स्त्रोत समन्वयक सूर्य कुमार पण्डा एवं संकुल शैक्षिक समन्वयक विकास रंजन सिन्हा भी उपस्थित रहे.

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