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रायपुर/ राज्य शासन द्वारा कोरोना संक्रमण से उत्पन्न स्थिति के कारण शासकीय सेवकों की गोपनीय चरित्रावली लिखे जाने की समय-सीमा में केवल वर्ष 2019-20 की अवधि के लिए एक माह की वृद्धि करने का निर्णय लिया गया है. इस संबंध में मुख्य सचिव आर. पी. मण्डल द्वारा सभी विभागों, विभागाध्यक्षों, संभागीय कमिश्नरों और कलेक्टरों को परिपत्र जारी कर दिया गया है.
जारी परिपत्र के अनुसार सेल्फ असेसमेंट प्रस्तुत करने की तिथि 30 अप्रैल को बढ़ाकर 30 मई, प्रतिवेदक अधिकारी द्वारा गोपनीय प्रतिवेदन का मतांकन 15 मई से बढ़ाकर 15 जून, समीक्षक अधिकारी द्वारा गोपनीय प्रतिवेदन में मतांकन 31 मई से बढ़ाकर 30 जून और स्वीकृतकर्ता अधिकारी द्वारा गोपनीय प्रतिवेदन में मतांकन 15 जून से बढ़ाकर 15 जुलाई निर्धारित की गई है.
परिपत्र में कहा गया है कि वर्तमान में राज्य कोरोना संक्रमण (कोविड-19) प्रभावित आपदा से जूझ रहा है. देश में 21 मार्च 2020 को लॉकडाउन की घोषणा होने के कारण 22 मार्च 2020 से राज्य में लॉकडाउन की स्थिति लागू है. वर्तमान में लॉकडाउन की स्थिति में कुछ अनिवार्य सेवाओं वाले कार्यालयों को छोड़कर अन्य कार्यालयों में अधिकारियों-कर्मचारियों की उपस्थिति कम है या 50 प्रतिशत अथवा 30 प्रतिशत के औसत से उपस्थित हो रहे हैं. ऐसी स्थिति में शासकीय सेवकों की वार्षिक गोपनीय चरित्रावली में मतांकन की समय-सीमा (केवल वर्ष 2019-20 की अवधि के लिए) परिवर्तन किया गया है. समय-सीमा परिवर्तन की जानकारी से सभी राजपत्रित अधिकारियों के ध्यान में लाने को कहा गया है.
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