मुंगेली: जिले में खरीफ फसल के तहत धान के स्थान पर 14 हजार 915 हेक्टेयर क्षेत्र मे दलहन, तिलहन एवं अन्य फसलों की होगी खेती..

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मुंगेली / कलेक्टर पी.एस.एल्मा ने बताया कि राज्य शासन की मंशा के अनुरूप जिले मे धान फसल के अलावा अन्य फसलो जैसे दलहन, तिलहन एवं अन्य फसलो को भी बढ़ावा दिया जा रहा है. ताकि किसानो को दलहन, तिलहन एवं अन्य फसलो से अधिक लाभ प्राप्त हो सके.

इसी तारतम्य मे कृषि विभाग के उपसंचालक डी.के. ब्योहार ने बताया कि खरीफ मौसम वर्ष 2020 में मुंगेली जिले के अंतर्गत धान के रकबें में 14 हजार 915 हेक्टेयर में कटौती कर धान के स्थान पर दलहन, तिलहन एवं अन्य फसलों की बोनी का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. इनमे विकास खण्ड मुंगेली में 5 हजार 170 हेक्टेयर, विकास खण्ड पथरिया में 6095 हेक्टेयर एवं विकास खण्ड लोरमी में 3 हजार 650 हेक्टेयर शामिल है.

इसके अंतर्गत धान उच्चहन खेतों को चिन्हांकित कर मक्का, अरहर, मूंग, उड़द, सोयाबीन, तिल एवं अन्य फसलों की बोनी के लिए ग्राम स्तर पर कृषक संगोष्ठी का आयोजन कर कृषकों को समझाईश दी जा रही है. इस कार्यक्रम के तहत सहकारी समितियों में 12.04 क्विंटल अरहर, 1016.80 क्विंटल सोयाबीन प्रमाणित बीजों का भंडारण कर वितरण किया जा रहा है.जिले में दलहनी एवं तिलहनी फसलों का बीज मिनीकीट के रूप में सोयाबीन-26.40 क्विंटल एवं उडद-10.00 क्विंटल का निशुल्क वितरण किया जावेगा.

उन्होने बताया कि विभागीय योजनाओं के अंतर्गत अरहर 18.70 क्विंटल, उड़द-25.52 क्विंटल, मूंग-11.20 क्विंटल, सोयाबीन-40.50 क्विंटल मूंगफली-150 क्विंटल का वितरण किया गया है. इसी तरह राजीव गांधी किसान न्याय योजनांतर्गत यदि कृषक इस वर्ष धान के स्थान पर योजनांतर्गत अन्य फसल-सोयाबीन, मक्का, मूंगफली, तिल, अरहर, कोदो, कुटकी फसल लगाता है तो उस स्थिति में कृषकों को प्रति एकड अतिरिक्त आदान सहायता राशि दिये जाने का प्रावधान किया गया है. उन्होने कृषकगणो से धान के स्थान पर दलहन एवं तिलहन की फसलों की बोनी कर अधिक लाभ प्राप्त करने का अग्रह किया.

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