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योगी ने परिवार को पत्र लिखा – अंतिम दर्शन नहीं कर सका, कल भी नहीं आ पाऊंगा..
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने परिवार को एक मार्मिक पत्र लिखा है। इसमें उन्होंने कहा- ‘अपने पूज्य पिताजी के कैलाशवासी होने पर मुझे भारी शोक है। वे मेरे पूर्वाश्रम के जन्मदाता थे। अंतिम क्षणों में उनके दर्शन की हार्दिक इच्छा थी, लेकिन कोरोनावायरस के खिलाफ देश की लड़ाई को यूपी की 23 करोड़ जनता के हित में आगे बढ़ाने का कर्तव्यबोध के कारण मैं नहीं पहुंच सका। कल (21 अप्रैल) अंतिम संस्कार में लॉकडाउन की सफलता और कोरोना को परास्त करने की रणनीति के कारण भाग नहीं ले पा रहा हूं। अपील करता हूं कि अंतिम संस्कार में कम से कम लोग शामिल हों। लॉकडाउन के बाद दर्शनार्थ आऊंगा।’
- 10 बजकर 40 मिनट पर हुआ निधन
- किडनी और लिवर की थी समस्या
- सीएम योगी को दी गई निधन की सूचना
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पिता आनंद सिंह बिष्ट का आज निधन हो गया. 89 साल के आनंद सिंह बिष्ट का दिल्ली के एम्स में इलाज चल रहा था और उनकी हालत गंभीर थी. वह पिछले कई दिनों से वेंटिलेटर पर थे और उन्होंने आज यानी सोमवार सुबह 10 बजकर 40 मिनट पर अंतिम सांस ली.
सीएम योगी आदित्यनाथ को पिता के निधन की सूचना दे दी गई है, खास बात है कि जब यह खबर सीएम योगी को दी गई, तब वह कोरोना संकट पर बनी टीम-11 की मीटिंग कर रहे थे. खबर मिलने के बाद भी मीटिंग को रोका नहीं गया, बल्कि उन्होंने वर्त्तमान में व्याप्त कोरोना वायरस के संक्रमण से निजाद पाने में व्यस्तता को देखते हुए पत्र के माध्यम से अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हो पाने पर दुःख व्यक्त किया और लोगो से यह अपील भी किया है की अंतिम संस्कार में ज्यादा भीड़ न बढ़ाए..
किडनी और लिवर की थी समस्या
सीएम योगी आदित्यनाथ के पिता आनंद सिंह बिष्ट को किडनी और लिवर की समस्या थी. तबीयत खराब होने पर उन्हें 13 मार्च को एम्स में भर्ती कराया गया था. यहां गेस्ट्रो विभाग के डॉक्टर विनीत आहूजा की टीम उनका इलाज कर रही थी. आज दोपहर 10 बजकर 40 मिनट पर उनका निधन हो गया.
फॉरेस्ट रेंजर पद से हुए थे रिटायर
सीएम योगी आदित्यनाथ के पिता आनंद सिंह उत्तराखंड के यमकेश्वर के पंचूर गांव में रहते हैं. वे उत्तराखंड में फॉरेस्ट रेंजर के पद से 1991 में रिटायर हो गए थे. उसके बाद से ही वे अपने गांव में रह रहे हैं.
घर से छोड़कर गोरखपुर चले आए थे सीएम योगी
योगी आदित्यनाथ बचपन में ही अपना परिवार छोड़कर गोरखपुर महंत अवेद्यनाथ के पास चले आए थे. बाद में योगी आदित्यनाथ ने महंत के रूप में अवेद्यनाथ की जगह ली. उत्तराखंड में चुनाव के समय योगी कई बार वहां चुनाव प्रचार के सिलसिले में जाते रहे हैं. इस दौरान उनके परिवार वाले योगी से मिलते हैं.
एक बार मंच पर बेटे को देखकर भावुक हुए थे पिता
सीएम योगी आदित्यनाथ की अपने पिता आनंद सिंह बिष्ट से ज्यादा मुलाकात नहीं होती थी. मुख्यमंत्री बनने के बाद सीएम योगी एक कार्यक्रम के सिलसिले में बिजनौर गए थे. आयोजकों ने उनके पिता आनंद सिंह बिष्ट को कार्यक्रम का आमंत्रण भेजा था. आनंद सिंह अपने पोते अविनाश मोहन बिष्ट के साथ कार्यक्रम में आए थे. इस दौरान सीएम आदित्यनाथ ने पिता का शाल ओढ़ाकर स्वागत किया. दोनों भावुक हो गए थे.
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