ब्रेकिंग: स्व सहायता समूह में बड़ा ठेका दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी करने वाली महिला को सिटी कोतवाली पुलिस ने किया गिरफ्तार

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बिलासपुर/ एनजीओ में पार्टनरशिप और स्व सहायता समूह में बड़ा ठेका दिलाने के नाम पर सरकंडा विवेकानंद नगर में रहने वाली महिला ने 3 लोगों को चुना लगाया. धोखाधड़ी करने वाली महिला को सिटी कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार भी कर लिया है. विनायक अपार्टमेंट शिवाजी नगर टिकरापारा में रहने वाले गुरमीत सिंह ,नेचर सिटी सकरी में रहने वाले कृष्ण कुमार बघेल और सरकंडा चांटीडीह में रहने वाले नंदकुमार साहू की मुलाकात राजू अमन खान से हुई थी. जिन्होंने तीनों को झांसा दिया था कि उसकी पहचान एक ऐसी महिला से है जिसकी ऊंची पहुंच है और राजनीतिक गलियारों में अच्छी दखल है.

राजू अमन खान ने बताया था कि वह महिला हंस वाहिनी स्व सहायता समूह में तीनों को शामिल कर बड़ा ठेका दिला सकती है. इसके बाद राजू अमन खान ने तीनों की पहचान सरकंडा विवेकानंद नगर में रहने वाले अरमान खान की पत्नी तरुणी सारथी से कराई, जिसने तीनों को बड़े-बड़े सब्जबाग दिखाए. गुरमीत सिंह, कृष्ण कुमार बघेल और नंद कुमार साहू को बताया गया था कि उनकी पार्टनरशिप वाली एनजीओ को कृषि विज्ञान केंद्र महिला स्व सहायता समूह में बड़ा ठेका मिल सकता है. इसके लिए महिला ने बड़े ही शातिर तरीके से पार्टनरशिप के रूप में तीनों से इन्वेस्ट कराया. महिला ने अपने ही निवास से चलाये जा रहे हंस वाहिनी स्व सहायता समूह में तीनों को शामिल करते हुए कृष्ण कुमार बघेल से 6लाख 95000 रु ले लिए. कृष्ण कुमार ने अपने भाई से उधार लेकर और एक लाख रुपये भी महिला को दिए. तरुणी ने इसी तरह गुरमीत सिंह से भी अलग अलग बहाना बनाकर 1लाख 45000 रु ले लिए. महिला और उसके पति के झांसे में आकर नंदकुमार साहू ने भी तरुणी सारथी को 2 लाख 20,000 रु दे दिए. इस तरह इन धूर्त धोखे बाजो ने तीनों से करीब 10 लाख 60,000 रु एनजीओ में कार्य करने और पार्टनरशिप के रूप में इन्वेस्ट करने के नाम पर ले लिए .

उसके बाद डेढ़ से 2 वर्ष तक काम दिलाने का बस झांसा ही दिलाया जाता रहा था. जब तीनों ने रुपए वापस मांगे तो महिला और उसके पति ने इससे इंकार कर दिया. खुद के ठगे जाने का एहसास होने के बाद गुरमीत सिंह, नंदकुमार साहू और कृष्ण कुमार बघेल ने सिटी कोतवाली थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी.

सिटी कोतवाली थाना प्रभारी मोहम्मद कलीम खान ने बताया कि उक्त मामले की जांच पड़ताल में प्रशिक्षु डीएसपी ललिता मेहर का महत्वपूर्ण योगदान रहा. वही वे खुद मामले को गंभीरता से लेकर आरोपित महिला को कई बार सम्पर्क किया जिस पर महिला द्वारा अपना लोकेशन रायपुर बता कर कई दिनों से गुमराह किया जा रहा था, उसके बाद महिला के घर पे दबिश दिया गया और उसके पति से पूछताछ किया गया, तब उसके पति ने बताया की उसकी माँ का घर नया सरकंडा में है. उसके बाद महिला का लोकेशन ट्रेस कर के प्रशिक्षु डीएसपी ललिता मेहर उसकी माँ के घर पहुची जहाँ से उसे पकड़ कर थाना लाया गया.

इस तरह पुलिस जांच में आरोप सही पाए गए, जिसके बाद सरकंडा विवेकानंद नगर में रहने वाली धोखेबाज तरुणी सारथी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ में महिला ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है जिसके खिलाफ धारा 420 के तहत धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर न्यायिक रिमांड में भेजा गया है.

अपना छद्म नाम बता कर लोगों को धोखा देने वाली महिला के झांसे में आकर गुरमीत सिंह, कृष्ण कुमार बघेल और नंद कुमार साहू ने अपनी जमा पूंजी भी गंवा दी. अमीर बनने की चाह और लालच ने उनकी आंखों पर ऐसा पर्दा डाल दिया कि वह तरुणी सारथी जैसे धोखेबाज को भी पहचान न पाए. यह घटना उन सभी के लिए सबक है जो ऐन केन प्रकारेण अमीर बनने के लिए कुछ भी करने को तैयार रहते हैं. जिस तरुणी सारथी ने अपनी ऊंची पहुंच का दावा किया था असल में वह सिर्फ एक छलावा थी.

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