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रायगढ़/ कलेक्टर भीम सिंह ने कल घरघोड़ा क्षेत्र के चोटीगुड़ा और लैलूंगा क्षेत्र के फुटहामुड़ा, चिमटापानी में गौठान निर्माण का जायजा लिया और सरपंच तथा ग्रामीण जनोंं से सीधी बात करते हुए उनके गांवों में निर्मित होने वाले गौठान और चारागाह के प्रगति की जानकारी ली और निर्माण कार्यों का जायजा लिया. गौठान स्थलों पर उपस्थित ग्राम सरपंच, पटवारी तथा अन्य अधिकारियों से उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मंशा अनुरूप प्रदेश में पशुधन को संरक्षित करते हुए दुग्ध उत्पादन बढ़ाया जाना है. इसलिए गौठान निर्माण करते समय सभी आवश्यक व्यवस्थायें की जाये जिससे गांव के पशुओं को व्यवस्थित ढंग से रखा जा सके और उनके लिए चारा, पानी व्यवस्था किया जाये. प्रत्येक गौठान में बोर और उसमें सोलर पंप अनिवार्य रूप से लगाया जाना चाहिये. गौठानों में निर्माण कार्य निर्धारित माप दण्ड के अनुसार होना चाहिये. उन्होंने गौठान क्षेत्र में बाहरी किनारे पर फलदार पौधे आम, ऑवला, मुनगा तथा साल इत्यादि को लगाये जाने के निर्देश दिये.
कलेक्टर भीम सिंह ने उपस्थित राजस्व विभाग तथा वन विभाग के अधिकारियों से वन क्षेत्रों में स्थित गांवों में प्रदान किये गये वन अधिकार पट्टा और सार्वजनिक उपयोग जैसे खेल मैदान, तालाब, श्मशान, धार्मिक स्थलों के लिए सामुदायिक वन अधिकार पट्टों की भी जानकारी लेते हुए उन्हें निर्देशित किया कि वन अधिकार पट्टों को अधिक से अधिक दिलावें. इन ग्रामों में स्थानीय निवासी 35-40 वर्षो से निवासरत है. अत: राज्य शासन के निर्देशानुसार इन्हें व्यक्तिगत तथा सामुदायिक पट्टे मिलना चाहिये.
कलेक्टर भीम सिंह ने कहा कि गौठान और चारागाह बनाने का कार्य मनरेगा के माध्यम से कराये. वर्तमान में जिले में बहुत संख्या में प्रवासी मजदूर वापस आये हैं इनका जॉब कार्ड बनाकर इन्हें अधिक से अधिक संख्या में रोजगार उपलब्ध कराया जा सकता है. गौठान और चारागाह में जमीन समतलीकरण, तालाब खुदाई और तालाब गहरीकरण पौधा रोपण के कार्य मनरेगा से कराये जा सकते है. उन्होंने प्रत्येक गांवों में गौठान प्रबंधन समिति बनाकर महिला समूहों से कार्य कराये जाने के लिए निर्देशित किया जिससे महिला सशक्तिकरण की दिशा में महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाया जा सके.
निरीक्षण के दौरान पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह, जिला पंचायत सीईओ ऋचा प्रकाश चौधरी, एसडीएम तथा घरघोड़ा एवं लैलूंगा के राजस्व विभाग के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे.
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