घोर लापरवाही : प्रसव के दौरान ऑपरेशन के बाद महिला के पेट मे ही छोड़ दी 3 कॉटन की पट्टियां, दर्द से कराहती लगाती रही अस्पतालों के चक्कर, परिजनों ने कराया थाने में शिकायत दर्ज..

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बिलासपुर/ जिले के तखतपुर ब्लॉक के गनियारी जनस्वास्थ्य केंद्र की बड़ी लापरवाही उजागर हुई है। यहां 10 महीने पहले आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के प्रसव पीड़ा के बाद ऑपरेशन करने के दौरान पेट में तीन कॉटन की पटि्टयां छोड़ दी गईं। महिला ऑपरेशन के बाद से ही दर्द से कराहती हुई पहले इसी केंद्र में और फिर दूसरे अस्पतालों के चक्कर लगाती रही। इसके बाद जब महिला एक निजी अस्पताल में पहुंची तब पूरे मामले का पता चला और फिर उसका ऑपरेशन कर पटि्टयों को पेट से निकाला गया।

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फिलहाल महिला के ससुर ने पूरे मामले को लेकर कोटा थाना में मामला दर्ज कराया है। इधर, ऑपरेशन के बाद भी महिला की हालत ठीक नहीं है। वहीं पूरे मामले को लेकर CMHO डॉ.प्रमोद महाजन ने कहा है कि ये गंभीर लापरवाही है, शिकायत मिलने पर कार्रवाई करेंगे।

दवा ले लो ठीक हो जाओगी

दरअसल, नेवरा पंचायत की रहने वाली कीर्ति गेंदले ने गनियारी जनस्वास्थ्य केंद्र में प्रसव पीड़ा के बाद 13 जुलाई 2020 को ऑपरेशन कराया था। उस दौरन कीर्ति ने एक लड़की को जन्म दिया। कुछ दिन बाद कीर्ति की अस्पताल से छुट्‌टी कर दी गई। वह जब घर गई तब भी उसको ब्लीडिंग की शिकायत बनी रही, पेट में भी दर्द रहता था। इस पर वो फिर जनस्वास्थ्य केंद्र गई। यहां उसके इलाज चालू किया गया और कहा की दवाई लेते रहो ठीक हो जाओगी।

पर हैरान वाली बात ये रही है कि ऑपरेशन के इतने दिन बीत जाने के बाद भी केंद्र के डॉक्टर्स दर्द के असली कारणों का पता नहीं लगा सके और महिला इतने दिनों तक दर्द सहती रही। इस बीच महिला की हालत लगातार बिगड़ती जा रही थी। आखिरकार केंद्र ने अप्रैल में इलाज से हाथ खड़े कर दिए। कीर्ति नेवरा पंचायत में ही आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के रूप में पदस्थ है।

सिटी स्कैन और सोनोग्राफी कराने पर पता चला

परिजनों ने और भी अस्पताल में दिखाया पर बात नहीं बनी। इस बीच परिजन महिला को लेकर बिलासपुर के निजी अस्पताल में पहुंचे, जहां महिला का सिटी स्कैन और सोनोग्राफी कराया गया। जिसके बाद यह पता चल सका कि महिला के गर्भाशय के पास कॉटन पट्टी जैसी कोई चीज है जो शरीर का अंग नहीं है। फिर डॉक्टरों ने महिला का ऑपरेशन किया और फिर उसके पेट से तीन कॉटन पट्टी निकाले गए, जो गनियारी जनस्वास्थ्य केंद्र में ऑपरेशन के दौरान छोड़ दिए गए थे। अब पूरे मामले की शिकायत महिला के ससुर चंद्रिका लहरे ने कोटा थाने में दर्ज कराई है ।

कोटा थाने के टीआई सनिप रात्रे ने पूरे मामले में जांच कर कार्रवाई करने की बात कही है। इसके अलावा CMHO डॉ.प्रमोद महाजन ने कहा है कि ये गंभीर लापरवाही है। अगर महिला की ब्लीडिंग नहीं रुक रही थी तो सोनाग्राफी पहले ही कराना था जनस्वास्थ्य केंद्र के डॉक्टर्स को, ये सामान्य प्रक्रिया है। शिकायत मिलने पर कार्रवाई करेंगे।

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