प्रदेश में 1 नवंबर से धान खरीदी : लेकिन बायोमीट्रिक मशीनें नहीं, मैन्युअल होगी धान खरीदी, प्रदेश के 5 संभाग में 2034 समितियां हैं, सभी जगह तैयारी पूरी..

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बिलासपुर/ प्रदेश में एक नवम्बर से बायोमीट्रिक मशीन से धान खरीदी नहीं हो पाएगी। इसके लिए मशीन की खरीदी नहीं हो पाई है। पिछले साल की तरह मैन्युअल खरीदी तैयारी की जा रही है। बताया जाता है मशीन खरीदी के लिए एक कंपनी को ठेका दिया गया था। पहली बार टेंडर खोला गया तो केवल एक कंपनी द्वारा टेंडर डालने के कारण टेंडर कैंसिल कर दिया था। दूसरी बार टेंडर बुलाया गया तब विधानसभा चुनाव के लिए आचार सहिता लागू हो गई।

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टेंडर खोलने के लिए निर्वाचन आयोग से अनुमति मांगी गई। अनुमति मिलने के बाद जिस ठेकेदार को टेंडर मिला उसे मशीन खरीदी के लिए वर्क ऑर्डर दिया गया। प्रक्रियाओं का पालन करने के कारण देर हो गई है। ठेकेदार एक साथ थोक में मशीन की सप्लाई नहीं कर पा रहा है। विपणन के एक अधिकारी ने नाम नहीं छापने के शर्त पर बताया कि एक नवम्बर से प्रदेश की किसी भी समिति में बायोमीट्रिक मशीन से धान खरीदी नहीं हो पाएगी, क्योंकि समितियों के पास मशीनें अब तक नहीं पहुंची हैं।

उन्होंने यह भी कहा कि धान खरीदी के शुरुआती दिनों में धान बेचने वालों की संख्या कम रहती है और 10 दिन बाद इसमें इजाफा होगा। तब तक हो सकता है कि कंपनी समितियों तक मशीनें पहुंचा दे। हम सबसे पहले यह देख है किस समिति में धान बेचने के लिए किसान टोकन खरीद रहे हैं। ऐसे चुनिंदा 20 से 25 समितियों को बायोमीट्रिक मशीन भेजी जाएगी।

अधिकारी ने बताया 10 नवम्बर तक धीरे-धीरे कर प्रदेश के पांचों संभाग बिलासपुर, दुर्ग, रायपुर, सरगुजा और बस्तर की 2034 समितियों मशीन सप्लाई कर दी जाएगी। बिलासपुर जिलें में 114 समिति है। 1 लाख 30 हजार 385 किसानों ने पंजीयन कराया है। इसमें 140 उपार्जन केंद्र हैं।

धान खरीदी के आंकड़े

  • प्रदेश में 2497991 किसान
  • कुल 7954890 एकड़ रकबा पंजीकृत
  • समर्थन मूल्य 2183 प्रति क्विंटल, कॉमन धान
  • समर्थन मूल्य 2203 प्रति क्विंटल, पतला धान
  • प्रति एकड़ 9000 रुपए बोनस मिलेंगे।
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