चिरायु टीम का एक प्रयास किसी बच्चे की बचा सकती है कलेक्टर राहुल देव

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मुंगेली//पथरिया
कलेक्टर राहुल देव ने पथरिया विकासखण्ड के ग्राम डाकाचाका में संचालित शासकीय प्राथमिक शाला पहुंचे और वहां दो अलग-अलग चिरायु की टीम की एक ही स्थान पर उपस्थिति और टीम में पर्याप्त स्टाॅफ नहीं होने पर गहरी नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा कि अलग-अगल स्कूलों में बच्चों की स्वास्थ्य जांच के लिए चिरायु टीम की नियुक्ति किया गया है। उन्होंने चिरायु टीम के डाक्टरों को अपने निर्धारित स्कूल में ही पहुंचकर बच्चों का स्वास्थ्य जांच करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि चिरायु टीम का एक छोटा सा प्रयास किसी बच्चे की जान बचा सकती है।
कलेक्टर ने स्वास्थ्य विभाग की चिरायु टीम को जिले के आंगनबाड़ी केन्द्रों और स्कूलों में 06 से 18 वर्ष के गंभीर और अन्य बीमारियों से ग्रसित बच्चों के चिन्हांकित करने, उनके समुचित उपचार हेतु अस्पताल भेजने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कई बच्चे जन्मजात ही कुछ बीमारियों के साथ पैदा होते हैं, वहीं कुछ बच्चे अशुद्ध भोजन व अन्य किसी कारण से गंभीर बीमारी का शिकार हो जाते हैं। बच्चों का समुचित जांच न हो पाने की वजह से बीमारियां उनके शरीर में धीरे-धीरे बढ़ती जाती हैं और गंभीर रूप ले लेती हैं। उन्होंने चिरायु टीम को बच्चों की बीमारी को गंभीर स्थिति में पहुँचने से पहले ठीक करने के निर्देश दिए।
चिरायु टीम ने बताया कि योजना के तहत आंगनबाड़ी व स्कूलों में चिरायु टीम के विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा बच्चों की स्क्रीनिंग की जाती है। चिरायु योजना के अंतर्गत 35 तरह की बीमारियों को ठीक किया जाता है, जिसमें कम दिखाई देना, कम सुनाई देना, विटामिन की कमी, एनीमिया, हृदय रोग, जैसी बीमारियों की पहचान कर उनका ईलाज किया जाता है। यदि कोई बच्चा गंभीर स्थिति में है, तो उसे टीम द्वारा तुरंत नजदीकी हॉस्पिटल भेजा जाता है। इस अवसर पर अपर कलेक्टर तीर्थराज अग्रवाल, एसडीएम पथरिया प्रिया गोयल, एसडीएम मुंगेली आकांक्षा शिक्षा खलखो सहित संबंधित अधिकारी मौजूद थे।

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