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रायपुर/ स्कूलों के बच्चों के बसों की सही लोकेशन के लिए सिस्टम बनाया गया है। जिसकी लॉन्चिंग शनिवार को रायपुर के एक निजी होटल में की गई। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से जुड़ा ये पूरा सिस्टम एक ऐप के माध्यम से संचालित होगा। जिसके सहारे पेरेंट्स अपने बच्चों को स्कूल से छूटते ही रास्ते में ट्रेस कर पाएंगे। उन्हें मोबाइल में नोटिफिकेशन से पता चलेगा कि बस ड्राइवर किस गति से बस को चला रहा है। वो किस रास्ते का उपयोग कर रहा है।
अभी ज्यादातर यह देखने को मिलता है कि स्कूल के बस ड्राइवर बहुत ही तेज गति से ड्राइविंग करते हैं। वे स्कूल के टाइम में देरी ना हो इसलिए भी बसों को तेज गति से चलाते हैं। इसके साथ ही कई बार बस ड्राइवर पेट्रोल की कम खपत हो, इसके चलते सही रास्ते से आवागमन नहीं करते। इन सभी दिक्कतों से छोटे बच्चे परेशान हो जाते हैं। कई मौकों पर उनके पेरेंट्स इन परेशानियों का विरोध भी करते हैं तो कुछ स्कूल प्रबंधन यह कह कर टाल देते है कि वह कोई दूसरी वैकल्पिक व्यवस्था देख लें। आगे वे किसी बड़ी जगह इसकी शिकायत करते हैं तो भी तत्काल समाधान नहीं मिल पाता।
कार्यक्रम में मौजूद पेरेंट्स ने बताया कि 2016 में उनका बच्चा एक गलत स्टॉप में उतर गया था। जिसके बाद उसे खोजने में बेहद परेशानी हुई। कुछ घंटे की मशक्कत के बाद उन्हें वो मिला। इस इजी इन रुट एप्लिकेशन से बस ड्राइवरों को भी खाली रास्ते की पहले से सूचना मिल जाएगी। जिससे लगातार घंटों तक ट्रैफिक जाम में फंसने से बच्चों को छुटकारा मिलेगा।
वे स्कूल की थकान के बाद जल्दी घर पहुंच जाएंगे। ब्राउज़र में सर्च कर भी बच्चों की लोकेशन का पता लगाया जा सकेगा। कार्यक्रम में सेजबहार स्थित निजी स्कूल के प्रिंसिपल अमरकांत मिश्रा ने बताया कि इस तकनीक के उपयोग से स्कूलों में बच्चों की घर पंहुचने की चिंता के लिए आने वाले कॉल में कमी आई है। पेरेंट्स खुद ही लाइव लोकेशन देख रहे हैं।
Sub Editor