छत्तीसगढ़ में सीएम चुनने के लिए बीजेपी ने किया पर्यवेक्षकों का ऐलान, रविवार तक चुना जा सकता है मुख्यमंत्री..

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रायपुर/ छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री चुनने के लिए बीजेपी ने पर्यवेक्षकों का ऐलान कर दिया है। केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, सर्वानंद सोनोवाल और पार्टी महासचिव दुष्यंत कुमार गौतम को छत्तीसगढ़ के लिए बीजेपी ऑब्जर्वर नियुक्त किया गया है।

बताया जा रहा है कि तीनों ऑब्जर्वर शनिवार तक रायपुर पहुंचेंगे। इसके बाद प्रदेश प्रभारी ओम माथुर और नितिन नबीन के साथ तीनों पर्यवेक्षक विधायकों से रायशुमारी करेंगे। शनिवार या रविवार को विधायक दल की बैठक में सीएम के नाम का ऐलान भी किया जा सकता है।

दिल्ली में कल चलता रहा मेल-मुलाकातों का दौर

दिल्ली में कल दिनभर नेताओं की बैठक होती रही है। इस दौरान केंद्रीय राज्य मंत्री रेणुका सिंह ने जेपी नड्डा से मुलाकात की। नड्डा के निवास पर काफी देर तक दोनों के बीच चर्चा हुई। रेणुका सिंह ने भरतपुर-सोनहत सीट से विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज की हैं। मुख्यमंत्री पद की रेस में उनका नाम भी चल रहा है।

शपथ ग्रहण में आ सकते हैं प्रधानमंत्री

भारतीय जनता पार्टी छत्तीसगढ़, राजस्थान, मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री के नाम को लेकर बैठक कर रही है। पर्यवेक्षक घोषित होने के बाद विधायकों से चर्चा करेंगे, इसके बाद तीनों राज्यों में शपथ ग्रहण का कार्यक्रम होना है। इस कार्यक्रम में पीएम नरेंद्र मोदी, अमित शाह समेत संगठन के तमाम बड़े नेता पहुंचेंगे।

शपथ ग्रहण समारोह तीनों राज्यों में होना है इसलिए इसकी तारीख को लेकर चर्चा की जा रही है, क्योंकि तीनों ही जगह बड़े नेताओं की मौजूदगी रहेगी। दिसंबर के दूसरे हफ्ते में शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया जा सकता है।

‘मोदी जी का स्वागत है’ के नारे लगे

इससे पहले कल छत्तीसगढ़ समेत तीन राज्यों के मुख्यमंत्री को लेकर दिल्ली में बीजेपी संसदीय दल की बैठक हुई है। बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह समेत कई मंत्री-नेता मौजूद रहे। सबसे पहले छत्तीसगढ़ समेत तीन राज्यों में पार्टी की धमाकेदार जीत के लिए नेताओं ने पीएम मोदी का स्वागत किया। नेताओं ने ‘मोदी जी का स्वागत है’ के नारे भी लगाए।

प्रदेश में छठी विधानसभा गठन की अधिसूचना जारी

प्रदेश के राज्यपाल हरिचंदन ने छठी विधानसभा गठन की अधिसूचना जारी कर दी है। इसके साथ ही पांचवी विधानसभा का कार्यकाल खत्म हो गया। इसके साथ ही 2018 में निर्वाचित विधायकों की विधायकी भी खत्म हो गई है। हारे हुए विधायक अब पूर्व की श्रेणी में आ गए हैं। ऐसे में विधानसभा सचिवालय ने उन्हें बंगला खाली करने का नोटिस जारी किया है।

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