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अनुसूचित जाति का आरक्षण 16 प्रतिशत सुनिश्चित करने कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन
बिलासपुर
बिलासपुर// माननीय उच्च न्यायालय छ . ग . बिलासपुर के फैसला दिनांक 19/09/2022 प्रकरण क्र . WPC.N. 591 OF 2012 के परिप्रेक्ष्य में छत्तीसगढ़ के सतनामी समाज के प्रतिनिधि सदस्य अनुसूचित जाति समुदाय की ओर से ज्ञापन प्रेषित कर अनुसूचित जाति के प्रस्तावित आरक्षण 13 प्रतिशत की जगह 16 प्रतिशत की करने मांग करते हैं अनुसूचित जाति का आरक्षण सदैव 16 प्रतिशत ही रहा है , जिसे छत्तीसगढ़ बनने के बाद 4 प्रतिशत कम कर दिया गया फिर उसमें 1 प्रतिशत बढ़ाने का प्रस्ताव लाया गया है जो कि उचित नहीं है । आरक्षण दिये जाने के बावजूद भी आरक्षण का पालन करने में शासन प्रशासन असफल रहा है . बैकलॉग एवं अनुसूचित जाति के पद आज भी रिक्त है
साथ ही अन्य समुदाय व फर्जी जाति प्रमाण पत्र धारकों को आरक्षण का लाभ दिया गया है आरक्षण की सीमा 50 प्रतिशत से बढाकर केबीनेट द्वारा 76 प्रतिशत प्रावधानित किया गया है जो एस सी वर्ग के लिए 16 प्रतिशत से 3 प्रतिशत कम आरक्षण प्रावधानित किया गया है ।हम मांग करते सीमा हैं कि एस सी वर्ग के लिए आरक्षण न्यायालय के फैसले के अनुरूप 16 प्रतिशत प्रावधानित करके आरक्षण की कुल को 76 प्रतिशत से बढ़ाकर 79 प्रतिशत किया जाये । वर्तमान में देश के विभिन्न राज्यों में आरक्षण की सीमा 50 प्रतिशत से कही अधिक है । छत्तीसगढ़ राज्य सरकार के केबिनेट में पारित आरक्षण की सीमा 76 प्रतिशत की गई है जिसमें एस टी को 32 प्रतिशत एस सी को 13 प्रतिशत एवं ओबीसी के लिए 27 प्रतिशत का आरक्षण प्रावधानित किया गया है बशी प्रदत्त अधिकार राज्य शासन हम न्यायालय जाने के पक्षधर नहीं है क्योंकि आरक्षण की सीमा 50 प्रतिशत से अधिक किये जाने का को है अनुसूचित जाति वर्ग का आरक्षण 16 प्रतिशत करते हुए केबीनेट में लिए गये फैसले में आवश्यक संशोधन करने का कष्ट करे एवं निम्नानुसार आरक्षण का प्रावधान करवाते हुए विधानसभा के विषेश सत्र में इसे विधेयक के रूप में पारित करवाने का कष्ट करें । जिसके लिए हम आभारी रहेंगे । एस सी 16 प्रतिशत – एस टी 32 प्रतिशत ओ बी सी 27 प्रतिशत EWS 4 प्रतिशत आरक्षण की कुल सीमा 79 प्रतिशत किया जाय। जिला ग्रामीण अध्यक्ष तारन टण्डन बिलासपुर, शिव बर्मन, कमल कुर्रे, बंसी भास्कर, मस्तूरी प्रगतिशील सतनामी समाज ब्लॉक अध्यक्ष आशीष बर्मन, जिला उपाध्यक्ष इंज. दीपक बंजारे ,हेतराम टांन्डे, अनिल डहरिया आदि उपस्थित रहे।
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