कलेक्टर भीम सिंह और पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह ने पुसौर और सरिया क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का किया निरीक्षण…

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रायगढ़// कलेक्टर भीम सिंह और पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह ने आज पुसौर और सरिया क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। कलेक्टर सिंह ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के लोगों को सुरक्षित निकालकर प्रशासन द्वारा बनाये गये राहत कैम्पों में पहुंचाने के निर्देश दिये।

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बरडोली गांव के निवासियों से बातचीत कर उन्होंने सभी ग्रामवासियों को बच्चों, महिलाओं, वृद्ध व्यक्तियों के साथ सुरक्षित स्थानों पर जाने के निर्देश दिये। ग्रामवासियों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने के लिये प्रशासन द्वारा पर्याप्त वाहनों की व्यवस्था की गई है। राहत कैम्पों में रहने तथा भोजन की पर्याप्त व्यवस्था की गई है। आम नागरिकों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं होगी। उन्होंने राहत कैम्पों की व्यवस्था और निगरानी के लिये जिला स्तर के अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपने के निर्देश दिये और डीएफओ को जिले के सभी राहत कैम्पों में जलाउ लकड़ी उपलब्ध कराने तथा राहत कैम्पों में आवश्यकता अनुसार बांस, बल्ली इत्यादि सामग्रियां भी उपलब्ध बनाने के निर्देश दिये।

कलेक्टर ने बताया कि वर्तमान में पुसौर तहसील के 10 गांवों के सुरक्षित स्थानों के स्कूल भवनों तथा सामुदायिक भवनों में बाढ़ राहत कैम्प बनाये गये है। बाढ़ प्रभावित गांव के लोगों को सुरक्षित निकालकर राहत कैम्पों में पहुंचाया जा रहा है। प्रशासन, पुलिस तथा राजस्व विभाग के अध्ािकारी बचाव कार्यों में लगे हुये है। प्रभावित गांव के निवासियों को सुरक्षित निकालने के लिये नाव तथा मोटर बोट की व्यवस्था की गई है। पड़ोस के जिलों तथा रायपुर से भी मोटर बोट मंगाई गयी है जिसे सारंगढ़ व सरिया क्षेत्र में राहत कार्यों में लगाई जायेगी।

कलेक्टर सिंह ने पुलिस अधीक्षक के साथ सरिया क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित राहत कैम्प भठली और लुकापारा भी गये। वहां रह रहे लोगों से उनकी समस्याओं और परेशानियों के बारे में भी बातचीत की। उन्होंने राजस्व अधिकारियों को सभी कैम्पों में रहने वाले लोगों को मास्क उपलब्ध कराने के निर्देश दिये और सोशल डिस्टेसिंग का कड़ाई से पालन करने के लिए भी कहा। उन्होंने बताया कि बरसात बंद होने के बाद सभी बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का सर्वेक्षण कर मकान गिरने और फसलों के नुकसान का सर्वे कराया जायेगा और राज्य शासन की ओर से निर्धारित मुआवजा प्रदान किया जायेगा। 

कलेक्टर सिंह ने बताया कि संबलपुर कलेक्टर से चर्चा कर हीराकुंड बांध में 6 और गेट खुलवाये गये है अब हीराकुंड बांध के 46 गेट खोल दिये गये है। रायगढ़ के प्रभावित क्षेत्रों में बाढ़ के पानी का स्तर कम होने में लगभग 8 घंटे का समय लग सकता है। उन्होंने बताया कि कल 29 अगस्त को राज्य के अधिकांश भाग में भारी बारिश हुई थी। इस कारण महानदी में जलस्तर बढ़ा हुआ है।

पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह ने बताया कि पुलिस की प्राथमिकता है कि किसी प्रकार की जनहानि न हो और लोगों को सुरक्षित निकालकर राहत कैम्पों तक पहुंचाया जाये। इस कार्य में पुलिस, होमगार्ड के अधिकारी-कर्मचारी लगातार बचाव कार्यों में लगे हुये है। रायपुर से एसडीआरएफ की टीम भी जिले के बाढ़ राहत क्षेत्रों में पहुंच रही है। उन्होंने ग्रामवासियों से शांति व्यवस्था बनाये रखते हुये प्रशासन के निर्देशों का पालन करने की अपील की

कलेक्टर भीम सिंह ने ओडि़सा के मुख्य अभियंता से रात 01 बजे बात कर हीराकुद बांध के खुलवाए 02 गेट

कलेक्टर संबलपुर से चर्चा कर सुबह हीराकुद के 02 और गेट खोले गए

ओडि़सा सिंचाई सचिव को स्थिति से कराया अवगत, उन्होंने भी 02 और गेट खोलने की दी सहमति

हीराकुद बांध में कुल 46 गेटों से छोड़ा जा रहा है पानी कलेक्टर सिंह जिले में बाढ़ के हालात में बनाये हुए हैं पूरी नजर

कलेक्टर भीम सिंह जिले में अतिवृष्टि से उत्पन्न जलभराव की स्थिति में लगातार नजर बनाए हुए हैं। उन्होंने कल ही कलमा बैराज का निरीक्षण किया था। जहां सुबह 8 बजे जलस्तर 199.00 मीटर था, जो रात में बढ़कर 200.20 मीटर हो गया। मालूम हो कि 2011 में बाढ़ के समय बैराज में जलस्तर 200.56 मीटर तक पहुंचा था। इन सब को देखते हुए बैराज में जलस्तर और ना बढ़े इस हेतु कलेक्टर सिंह ने रात को 01 बजे ओडि़सा के मुख्य अभियंता से बात कर रात में ही हीराकुद बांध के 02 और गेट खुलवाए। जिससे कलमा बैराज में जलस्तर 200.20 मीटर पर ही स्थिर है। रात में गेट नही खोले जाने से जलस्तर 2011 के उच्चतम स्तर को पार करने की संभावना थी।

कलेक्टर सिंह ने कलेक्टर संबलपुर से और गेट खोलने के संबंध में चर्चा की, फलस्वरूप सुबह 02 अतिरिक्त गेट खोले गए। इसके साथ ही कलेक्टर श्री सिंह द्वारा उच्च अधिकारियों के माध्यम से संवाद स्थापित कर ओडि़सा प्रशासन के सेक्रेटरी, इरीगेशन को रायगढ़ की स्थिति से अवगत करवाया गया, जिससे वे हीराकुद बांध के 02 गेट और खोलने के लिए सहमत हो गए हैं। रात से अभी हीराकुद बांध के 06 और गेट खोलने की व्यवस्था हो चुकी है। इस प्रकार हीराकुद बांध के वर्तमान स्थिति में कल खुले 40 और आज 06 सहित कुल 46 गेट से पानी छोड़ा जा रहा है। गंगरेल से पानी छोड़े जाने पर भी यहां महानदी में जलस्तर में वृद्धि होती है, अत: कलेक्टर भीम सिंह द्वारा उच्च अधिकारियों से समन्वय कर गंगरेल से अभी पानी नही छोड़े जाने की व्यवस्था की गयी है। इससे यहां जल प्रवाह कम होगा और हीराकुद के ज्यादा गेट खुलने से महानदी के जलस्तर में शीघ्र कमी आएगी।

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