सरकार के योजनाओ का बंटाधार करता रोजगार सहायक, अधिकारियो का नही है कोई खौफ, आवास, मनरेगा में कर रहा फर्जीवाड़ा

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लोरमी/ यह पूरा मामला है मुंगेली जिले के लोरमी ब्लॉक अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत धौराभाठ का जहा उच्च अधिकारियो से बेख़ौफ़ लालची रोजगार सहायक सरकारी योजनाओ का खुलेआम धज्जिया उड़ा रहा है और चंद रुपयों के लालच में गरीब मजदूर वर्ग के लोगो के हक़ को छीन रहा है. एक ओर वर्तमान में पूरा विश्व कोरोना महामारी के चपेट में है और अर्थव्यवस्था में भी असर पड़ रहा है,फिर भी सरकार द्वारा गरीबो के हित में कई अहम् फैसले लिए जा रहे है, और मनरेगा जैसे योजनाओ के तहत कार्यो का सञ्चालन कर गरीब और असहाय मजदुर वर्ग के लोगो को रोजगार दे रही है ताकि ग्रामीण अर्थव्यवस्था मजबूत बनी रहे और इनका उत्थान हो सके. लेकिन दूसरी ओर ग्राम पंचायत धौराभाट का लालची रोजगार सहायक उच्च अधिकारियो के निर्देशों की धज्जियां उड़ाते, सरकार की महत्वाकान्छी योजना मनरेगा में ही फर्जी वाडा कर कर रहा है.


धौराभाट के शिकायतकर्ता ग्रामीणों की माने तो रोजगार सहायक द्वारा जो कभी मरेगा अंतर्गत चलने वाले किसी काम पर भी नही जाता, उसका भी मस्टरोल फर्जी तरीके से भर दिया जाता है साथ ही अपनी ही बहन जिसकी शादी लगभग 2010 में हो चूका है और वो अपने ससुराल में रहती है उसका भी मस्टररोल रोजगार सहायक द्वारा भरा जाता है. रोजगार सहायक द्वारा फर्जीवाड़े की हद्द उस समय हो गयी जब उसके द्वारा पलायन किये गये मजदुर का भी मस्टरोल भरा दिया गया. ग्रामीणों की माने तो सतरूपा, तितरा, जलेश और पुनिया फरवरी से ही कमाने खाने अन्य राज्य गये थे और 1 मई 2020 से 14 मई 2020 तक क्वारेंटाइन सेंटर में थे. उक्त मजदरो का भी रोजगार सहायक मेलाराम साहू द्वारा 09.03.2020 से 13.03.20. तक मस्टररोल भर दिया गया. साथ ही आवास योजना में मनरेगा के तहत आये 15000 रूपए में भी अपने ही परिवार के लोगो का ही मस्टरोल भरे जाने का आरोप ग्रामीणों ने लगया है.

इतना ही नहीं सरकार ने गरीब और असहाय लोगो को उनका अपना आशियाना देने के लिए आवास योजना का सञ्चालन कर रही है जिसके तहत गरीब और असहाय लोगो को भवन निर्माण के लिए रूपए आबंटित किया जाता है. ग्राम पंचायत धौराभाट के लालची रोजगार सहायक द्वारा इसमें भी भ्रष्टाचार किया गया है, ग्रामीणों की माने तो गाँव के ही रहने वाले रामभरोस साहू पिता खेम सिंह साहू का दो वर्ष पूर्व आवास स्वीकृत हुआ था. आवास के नाम पर रोजगार सहायक ने कच्ची मिटटी में जोडाई हुए घर का ही फोटो खीच पास कर दिया. वही झुलाबाई साहू पिता जोत राम साहू के आवास का भी राशि गलत तरीके से आहरण किया गया है, साथ ही उक्त रोजगार सहायक द्वारा आवास के नाम पर भी पैसे उगाही करने का आरोप ग्रामीणों ने लगया है.


ग्राम पंचायत धौराभाट में रोजगार सहायक द्वारा जमकर भ्रष्टाचार करते सरकार के योजनाओ की जमकर बंदरबाट किया गया है. वही गाँव में इस तरह के भ्रष्टाचार के बाद भी सरपंच और सचिव द्वारा इन मामलो में हस्तक्षेप न करना कही न कही सरपंच और सचिव भी संदेह के दायरे में आ रहे है. बहरहाल ग्रामीणों द्वारा रोजगार सहायक के भ्रष्टाचारी रवैये से तंग आकर लोरमी जनपद के सीईओ को लिखित शिकायत पुरे डिटेल के साथ कर दी गयी है. लेकिन अब यह देखने वाली बात होगी की उच्च अधिकारियो द्वारा उक्त रोजगार सहायक के ऊपर आखिर कब तक कार्यवाई की जाती है.

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