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रायगढ़// राज्य परियोजना कार्यालय समग्र शिक्षा छत्तीसगढ़ अंतर्गत पढ़ई तुंहर दुआर कार्यक्रम के व्यापक प्रचार व प्रसार एवं शिक्षकों, विद्यार्थियों एवं पालकों द्वारा स्कूल शिक्षा विभाग के वेबसाइट के नियमित उपयोग हेतु संकुल स्तर से राज्य स्तर तक चल रहे गुरु तुझे सलाम अभियान के मंच पर एक साथ ऑनलाइन जुड़कर धनागर संकुल के तमाम शिक्षक-शिक्षिकाओं ने 2 मिनट के वीडियो में अभिव्यक्ति के माध्यम से अपनी-अपनी स्मृतियों को साझा कर अपने गुरुओं के प्रति अपनी कृतज्ञता प्रकट करते हुए धन्यवाद ज्ञापित कर उन्हें सलाम किया।
गुरु तुझे सलाम अभियान संकल्पना प्रदेश के समस्त पालकों, विद्यार्थियों एवं शिक्षकों की महती भूमिका एवं विशेष सहभागिता द्वारा साकार हो रही है। इस अभियान की अवधारणा व इसका स्वरूप अपने आप में कई समाधान एवं विशेषताओं को समेटे हुए है। इसी कड़ी में धनागर संकुल रायगढ़ की शिक्षिका भावना शर्मा ने कहा कि उनके विद्यार्थी व शिक्षकीय जीवन में उनके पिता की दी हुई सीख एवं उनके शिक्षकों के प्रभाव ने उनके जीवन की दिशा तय की। वहीं शिक्षक अंजय सूर्यवंशी ने उस पल को अपने जीवन का टर्निंग पॉइंट, अपना आहा मोमेंट बताया जब उन्होंने अपने सहपाठी छात्राओं की सफलता देखी और उन्हें देखकर ही उनके अंदर भी स्वयं को सफल साबित करने की प्रेरणा जागी।
संकुल के शिव प्रसाद पटेल, लक्ष्मीकांत पटेल, घनश्याम पटेल, सरोज साहू, गंगा यादव, अंजनी साहू, निहारिका चौधरी, माधवी सिंह ठाकुर, मनोज पटेल, प्रवीण कुमार नायक, शबाना खातून, पैत राम सारथी, लीना कंवर, लता महंत, चतुर्भुज पटेल, गौरी नायक, सुनीता पटेल, संध्या सिदार, रेशमा बंसल, संगीता पाण्डेय, जगमोहन पटेल, हृदय निषाद, मुंजी तिर्की, रामकुमार डनसेना, रूपेश पंडा, शिल्पी शर्मा सहित 35 से अधिक शिक्षक-शिक्षिकाओं ने दो मिनट की अपनी वीडियो अभिव्यक्ति के माध्यम से अपने- अपने व्यक्तिगत और शिक्षकीय जीवन में आने वाले आहा मोमेंट साझा करते हुए उन पलों को अपने जीवन का टर्निंग पॉइंट बताया। जिन पलों ने, उनका जीवन और शिक्षा के प्रति, उनका दृष्टिकोण ही बदल दिया, सोचने का तरीका ही बदल दिया। धनागर संकुल में हुए गुरु तुझे सलाम कार्यक्रम का सफल व प्रभावी संयोजन धनागर मा.शा.के शिक्षक अंजय कुमार सूर्यवंशी व संकुल समन्वयक यशपाल नायक ने किया और वहीं कार्यक्रम का संचालन आशीष रंगारी ने किया।
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