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रायगढ़/ उप संचालक कृषि रायगढ़ ने टिड्डी दल से जिले में फसलों को किसी भी प्रकार का नुकसान न हो इसके लिए कृषि विभाग के अधिकारियों एवं कृषक मित्र को सचेत रहने की समझाईश दी है। इस संबंध में जिला स्तर पर निगरानी एवं नियंत्रण हेतु जिला स्तरीय निगरानी दल का गठन भी किया गया है।
टिड्डी दल के कारण विपरीत परिस्थिति होने पर पर जिला कार्यालय कृषि विभाग, रायगढ़ परिसर में स्थापित कंट्रोल रूम के दूरभाष क्रमांक 07762-220213 तथा टोल फ्री नंबर 1800-2332629 में तत्काल संपर्क करें एवं निगरानी समिति को सूचित करें।
उल्लेखनीय है कि टिड्डियाँ छोटे सींगों वाले प्रवासी फुदके होते है जिन पर बहुत से रंगों के निशान होते है और ये बहुत अधिक मात्रा में भोजन खाने के आदी होते है, ये झुंड (वयस्क समूह) और हॉपर बैंडस (अवयस्क समूह)बनाने में सक्षम होते है। ये प्राकृतिक वनस्पति और उगाई गई फसलों को बहुत अधिक क्षति पहुंचाती है। टिड्डीयां फूल, फल, बीज, पेड़ की छाल और अंकूर सब कुछ खा जाती है। एक टिड्डी अपने वजन के बराबर खाना खाती है तथा टिड्डयों का जीवन काल 40-80 दिनों का होता है।
टिड्डी दल सायं 6 बजे से रात्रि 9 बजे तक खेतों में (झुंड)में घूमते है इसकी गति 80-150 किमी.प्रतिदिन होती है। टिड्डी दलों द्वारा कई प्रदेशों में जैसे महाराष्ट्र, राजस्थान एवं मध्य प्रदेश में व्यापक रूप से फसलों को नुकसान पहुंचाया जा रहा है चूंकि छत्तीसगढ़ भी इन्हीं राज्यों के सीमावर्ती प्रदेश होने के कारण भविष्य में टिड्डी दल का राज्य में पहुंचने की संभावना है।
टिड्डी दल हमला करता है तो बड़े साउण्ड बॉक्स से तेज आवाज करें तथा किसान बंधु अपने पास स्प्रेयर पंप एवं संलग्न सूची अनुसार दवा तैयार रखें, थाली, टीन का डब्बा, ढोल आदि बजाकर टिड्डी दल को भगायें एवं विकासखण्ड में अनुज्ञप्तिधारी कीटनाशक विक्रेताओं को पावर स्पे्रयर का आवश्यक मात्रा में स्टॉक रखें।
टिड्डी दलों से फसलों को बचाने के लिए बनाये गये जिला स्तरीय निगरानी दल में अनुविभागीय कृषि अधिकारी रायगढ़ हरिश राठौर-नोडल अधिकारी, वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी डी.एस.तोमर, पालूराम पटेल एवं के.पी.नायक सहायक नोडल अधिकारी होंगे।
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