रायगढ़: कलेक्टर ने की सीएसआर राशि से कराये जाने वाले कार्यों के प्रगति की समीक्षा..

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रायगढ़/ कलेक्टर भीम सिंह ने आज कलेक्टोरेट स्थित सभाकक्ष में रायगढ़ जिले में स्थापित सार्वजनिक क्षेत्र और निजी क्षेत्र के उद्योगों के प्रतिनिधियों की बैठक लेकर सीएसआर राशि से कराये गये कार्यों के प्रगति की समीक्षा की. उन्होंने कहा कि सीएसआर फंड में प्राप्त राशि से औद्योगिक क्षेत्रों में स्थित गांवों में स्कूल भवन, अस्पताल भवन, आंगनबाड़ी भवनों का निर्माण एवं ग्रामीण क्षेत्रों में मुलभूत सुविधाओं को विकास किया जाता है. कलेक्टर सिह ने औद्योगिक प्रतिनिधियों से कहा कि आपके इकाइयों की ओर से नियमानुसार उल्लेखित राशि बकाया है उसे शीघ्र जमा करावे तथा इकाईयों द्वारा जो भी विकास कार्य स्थानीय स्तर पर कराये जाते है, ऐसे कार्यों की जानकारी जिला प्रशासन के पास प्रस्तावित करें एवं स्थानीय जनप्रतिनिधियों द्वारा उनके क्षेत्रों में सुझाये गये कार्यों की जानकारी भी प्राथमिकता से प्रशासन को उपलब्ध करावे. उन्होंने कहा कि राज्य शासन की ओर से उद्योग स्थापित करने और उसके संचालन में पूर्ण सहयोग करते हुये सभी आवश्यक व्यवस्थायें उपलब्ध करायी गई है इसलिए जिला प्रशासन द्वारा जो भी सूचना मांगी जाये उसको निर्धारित समय के भीतर प्रस्तुत किया जाना चाहिये.

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कलेक्टर सिंह ने कहा कि कोरोना संक्रमण काल में राज्य के बाहर से जो श्रमिक अपने क्षेत्र में वापस आये है उनमें से अधिकांश की क्वारेंटीन अवधि पूर्ण हो गई है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मंशा के अनुसार प्रवासी मजदूरों को रोजगार उपलब्ध कराना राज्य शासन की प्राथमिकता की सूची में है और प्रवासी श्रमिकों में बहुत से अच्छे कार्यों का अनुभव रखते है अत: इन व्यक्तियों को उनके कार्यानुभवों के आधार पर रोजगार उपलब्ध कराया जाये. उन्होंने उद्योगों के प्रतिनिधियों को यह भी निर्देशित किया कि उद्योगों में बहुत से कार्य ठेका पद्धति और आउट सोर्सिंग से कराये जाते है, उन कार्यों में प्रवासी श्रमिकों एवं स्थानीय व्यक्तियों को रोजगार प्रदान किया जाये. उन्होंने जिला उद्योग एवं व्यापार केन्द्र को प्रत्येक 3 औद्योगिक इकाईयों के लिए एक-एक अधिकारी नियुक्त करने के निर्देश दिये जो प्रवासी श्रमिकों को रोजगार उपलबध कराने का कार्य करेंगे तथा प्रतिदिन की प्रगति रिपोर्ट से प्रशासन को अवगत करायेंगे. कलेक्टर सिंह ने बताया कि जिले के प्रवासी श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिये तीन स्थानों तमनार/पूंजीपथरा में 13 जुलाई, घरघोड़ा में 15 जुलाई तथा रायगढ़ में 17 जुलाई को रोजगार कैम्प का आयोजन किया जा रहा है. जिसमें जिला रोजगार अधिकारी तथा उद्योग विभाग के अधिकारियों द्वारा कॉआर्डिनेशन से प्रवासी श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराया जायेगा.


कलेक्टर सिंह ने कोरोना संक्रमण और इसके रोकथाम के लिय उद्योग प्रतिनिधियों से सहयोग करने की अपील करते हुए भारत सरकार और राज्य शासन द्वारा जारी गाइड लाइन का अनिवार्यत: पालन करने के निर्देश दिये. उन्होंने कहा कि राज्य के बाहर से आने वाले श्रमिकों के विषय में आने वाले दिन ही क्षेत्र के एसडीएम को सूचित करें और 14 दिन के लिए होम क्वारेंटीन में रखे और सेम्पल जांच भी करावे. जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आने और क्वारेंटीन अवधि पूर्ण होने के बाद ही उसे कार्य पर रखे. उन्होंने यह भी कहा कि कोरोना संक्रमण को हल्के से न ले एक संक्रमित व्यक्ति आपके पूरे उद्योग के कर्मचारियों को खतरे में डाल सकता है और उद्योग/प्लांट को बंद कराने की स्थिति निर्मित हो सकती है अत: प्रशासन को सूचना दिये बगैर कोई व्यक्ति राज्य के बाहर से आकर उद्योगों में काम करता है तो प्रबंधन के विरूद्ध एफआईआर दर्ज कर कार्यवाही की जावेगी.
कलेक्टर सिंह ने वर्षा काल में जिले की सड़कों के मरम्मत के लिये सार्वजनिक क्षेत्र की इकाईयों तथा स्थानीय उद्योगों से लोक निर्माण विभाग तथा क्षेत्र के एसडीएम से संपर्क कर सड़क निर्माण कार्यों के लिये आवश्यक सामग्री तथा मशीनरी उपलब्ध कराने के निर्देश दिये. उन्होंने औद्योगिक प्रतिनिधियों को आश्वस्त किया कि उद्योग संचालन में आने वाली बाधाओं को व्यवस्थित ढंग से हल किया जायेगा इसके लिए संबंधित एसडीएम से संपर्क किया जा सकता है.

बैठक में एसडीएम राजेन्द्र कुमार कटारा, सीईओ जिला पंचायत ऋचा प्रकाश चौधरी और उद्योग विभाग के अधिकारियों सहित सार्वजनिक क्षेत्र की इकाईयों तथा औद्योगिक प्रतिनिधि उपस्थित थे.

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