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रायपुर// बलरामपुर में मादा हथिनी की मौत के पाँच दिनों तक वन अमला बेख़बर रहा। किसी भी कर्मचारी या अधिकारी को यह सूचना ही नहीं मिली कि मादा हाथी की मौत हो चुकी है। देर शाम राज्य सरकार ने बलरामपुर डीएफ़ओ प्रणय मिश्रा को शो कॉज जारी करते हुए उनकी रवानगी कर दी, वही SDO के एस खूँटिया और रेंजर अनिल सिंह को निलंबित कर दिया गया है।
बता दे कि सरगुजा रेंज में 72 घंटे में तीन मादा हाथी के शव मिले हैं। पहली दो मौतें सूरजपुर ज़िले के प्रतापपुर रेंज इलाक़े में हुई जबकि तीसरी मौत बलरामपुर के राजपुर रेंज इलाक़े में दर्ज की गई। इस मामले में मेडिकल रिपोर्ट किसी हमले की ओर इंगित नहीं करती। लेकिन बलरामपुर इलाक़े में हुई मौत ने सरकार को सख़्त नाराज़ किया, दरअसल हथिनी की मौत के पाँच दिन बाद उसके मौत और शव की जानकारी वन अमले को मिली। यह गंभीर चुक वन अमले की थी, इस लापरवाही ने हाथियों को लेकर उनके विचरण समेत कई जानकारी के लगातार अपडेट होने के वन अमले के दावे को प्रश्नांकित हो गए। जबकि वन अमले का दावा रहा है कि, वह सरगुजा वन वृत्त में हाथियों की उपस्थिति को प्रतिदिन मॉनीटर करता है।
इस मामले में राज्य सरकार ने बलरामपुर के डीएफ़ओ प्रणय मिश्रा को तो हटाया ही साथ ही उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया है और उसके साथ साथ राजपुर रेंज के एसडीओ के एस खूँटिया और रेंजर अनिल सिंह को सस्पेंड कर विभागीय जांच करने के निर्देश जारी किए हैं।
इधर तीन मादा हथनियों के मौत मामले में केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्रालय के भी कान खड़े हो गए हैं। नई दिल्ली से वन एवं पर्यावरण मंत्रालय के अधिकारियों ने वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग कर पूरे मामले की विस्तार से जानकारी ली है।
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