पशुओ मे होने वाले बीमारियों की रोकथाम एवं बचाव हेतु टीकाकरण कार्य प्रारंभ

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मुंगेली / कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे के मार्गदर्शन मे पशुधन विकास विभाग जिला मुंगेली द्वारा पशुओ में भूजन्य बीमारियों जैसे “हीमोरेजिक सेप्टीसीमिया“ एवं “ब्लैक क्वार्टर“ ;ठफद्ध से बचाव हेतु वर्षा पूर्व टीकाकरण कार्य प्रारंभ कर दिया गया है. जिले में स्थित 07 पशु चिकित्सालयो, 26 पशु औषधालयो, 10 मुख्य ग्राम खण्ड इकाईयो और मुख्य ग्राम खण्डो में पदस्थ तथा कार्यरत 96 अधिकारियों एवं कर्मचारियों, पी. ए. आई डब्लयू, गौ सेवको पशुधन मित्रो द्वारा टीकाकरण कार्य किया जा रहा है. पशु धन विकास विभाग मुंगेली के उपसंचालक डॉ. ए. के मरकाम ने बताया कि जिले में उपलब्ध 23 हजार 728 पशुओ में एच.एस. तथा 12 हजार 898 पशुओ में ठफ टीकाकरण किया जायेगा. वही टीकाकरण कार्य 15 जून तक होगा.


उन्होने बताया कि हीमोरेजिक सेप्टीसीमिया (गलघोंटु/बघर्रा) गाय भैंसों में होने वाली भूजन्य बीमारियों में से है जो पास्चुरेला मल्टोसिडा नाम के जीवाणु के कारण होती है इस बीमारी में पशुओ का श्वसन तंत्र प्रभावित होता है तेज बुखार के साथ मुंह से लार गिरना, गले में दर्द और सूजन, जीभ बाहर निकलना, सांस लेने में तकलीफ आदि लक्षण दिखते है तथा मृत्यु भी हो जाती है. इस बीमारी का फैलाव पशु के लार से होता है, टीकाकरण द्वारा इस बीमारी को रोका जा सकता है. ठफ ब्लैक क्वार्टर (एकटंगी/लंगड़ी) बीमारी भी जीवाणु क्लास्ट्रीडियम के कारण होती है, इस बीमारी में पशु के जांघ और कंधे के मांसल हिस्सो में सूजन हो जाता है। जिससे तेज दर्द के कारण पशु चल नही पाता हैं इस बीमारी में पशु को तेज बुखार भी होता है, यह एक भूजन्य बीमारी है. इसका प्रसार मिट्टी में स्थित जीवाणु के स्पोर के माध्यम से होता है. पशु की कार्य क्षमता प्रभावित होने के साथ साथ मृत्यू भी हो जाती है, टीकाकरण के द्वारा इस बीमारी को होने से रोका जा सकता है।.उन्होने समस्त पशुपालको से पशुओ को इस वर्षा ऋतु में होने वाली बीमारी से बचाव के लिये अनिवार्य रूप से टीकाकरण कराने का आग्रह किया है.

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