तीन लाख के इनामी नक्सली ने किया आत्म समर्पण, तीन सालों से गनमैन के रूप में था सक्रिय..

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जगदलपुर/ तीन लाख के ईनामी नक्सल पुनेम राजेश ने रविवार को बस्तर आईजी और बस्तर एसपी के सामने आत्मसमर्पण किया. तीन सालों से नक्सल संगठन में सक्रिय पुनम राजेश कांगेर वेली एरिया कमेटी के सचिव संजू का गनमेन था.

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बस्तर आईजी सुंदरराज पी ने बताया कि बस्तर संभाग के बीजापुर जिले के गंगालूर थाना क्षेत्र के ग्राम मेटापाल दोसेलपारा निवासी नक्सली पुनेम राजेश (21 वर्ष) ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया है. नक्सली पुनेम राजेश को बीते वर्ष 2019 के जुलाई माह में कांगेरवेली एरिया कमिटी सचिव पंडरु उर्फ संजू ने ग्राम केरलापाल में नक्सली जयलाल के संगठन में शामिल कराया था, जहां उसने करीबन 6-7 महीनों तक नक्सलियों के लिए काम किया. वहीं अन्य नक्सलियों के पश्चिम बस्तर के इलाकों में घूमता रहा.

इसके बाद वर्ष 2020 में पुनेम राजेश को नक्सली लीडर उदय ने मलंगेर एरिया कमिटी में शामिल किया. यहां भी उसने नक्सलियों के लिए लगभग 6 महीनों तक काम किया. इसके बाद कांगेरवेली एरिया कमिटी के सचिव पंडरु उर्फ संजू ने इसे अपने कमिटी में सदस्य के रूप शामिल कर लिया. इसके अलावा पुनेम राजेश संजू के गनमैन के रूप में भी काम कर चुका है. इस दौरान वह इंसास बंदूक लेकर घूमता था.

बस्तर एसपी दीपक झा ने बताया कि वर्ष 2019 से नक्सली संगठन में शामिल के बाद से पुनेम राजेश अपने घर नहीं गया था. आखिरकार नक्सलियों की खोखली विकास विरोधी विचारधाराओं से तंग आकर और शासन-प्रशासन की पुनर्वास नीति तथा बस्तर पुलिस के चलाए जा रहे आम्चो बस्तर अभियान से प्रभावित होकर पुनेम राजेश ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है.

आत्मसमर्पण करने के बाद बस्तर आईजी ने आत्मसमर्पित नक्सली पुनेम राजेश को शासन की पुनर्वास नीति के तहत 10 हजार रुपए प्रोत्साहन राशि प्रदान की है. इसके साथ ही बस्तर आईजी ने आत्मसमर्पित नक्सली को पुनर्वास नीति से मिलने वाले अन्य सुविधाएं जल्द ही उपलब्ध करवाने की बात कही है. इस दौरान आत्मसमर्पित नक्सली पुनेम राजेश ने बड़े नक्सली संजू को भी आत्मसमर्पण करने और शासन प्रशासन की पुनर्वास नीति के तहत मिलने वाली सुविधाओं का लाभ लेने की अपील की है.

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