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रायपुर// छत्तीसगढ़ की शेरनी कही जाने वाली सुनैना पटेल ने बेटी को जन्म दिया है। ये वही शेरनी है जो गर्भावस्था में भी डटी रही और नक्सलियों को लोहे के चने चबाई थी। सुनैना के बेटी को जन्म देने की खबर सामने आने के बाद सोशल मीडिया में कई लोगों ने मॉं-बेटी के स्वास्थ्य की कामना करते हुए बधाई दी है। कहा है कि उनकी कहानी युवा पीढ़ी को प्रेरित करेगी और महिलाओं को राष्ट्र विरोधी ताकतों के खिलाफ मोर्चा लेने के लिए फोर्सेस ज्वाइन करने को प्रेरित करेगी।
आईजी दीपांशु काबरा ने भी ट्वीट कर दी बधाई, कहा शेरनी के घर शेरनी ही जन्मेगी..
छत्तीसगढ़ की ‘सुपर वुमन’ सुनैना पटेल ने नक्सलियों से लड़ने के लिए दंतेश्वरी फाइटर की टीम लीडर के तौर पर तब ज्वाइन किया था, जब वह दो महीने की गर्भवती थीं। इसके बाद से वह मोर्चे पर लगातार डटी रहीं। अधिकारियों के कहने पर भी गर्भ के दौरान छुट्टी नहीं ली। एके-47 व अन्य हथियारों तथा 10 किलो बैग का भारी बोझ लादे पीठ पर घने जंगलों में पेट्रोलिंग करती रहीं। खास बात ये है कि गर्भवती होने के बाद भी सुनैना ने अपने काम को नहीं छोड़ा। इसके बावजूद वह अपने काम से पीछे नहीं हटती।
दंतेवाड़ा के एसपी के मुताबिक ड्यूटी के दौरान एक बार सुनैना का गर्भ गिर चुका था। बावजूद इसके उन्होंने अपने कर्तव्य से पैर पीछे नहीं खींचे। हर किसी को उसकी और उसके बच्चे की चिंता थी। उन्होंने बताया कि सुनैना का हौसला व हिम्मत अन्य महिलाओं को भी नक्सल विरोधी फोर्स ज्वाइन करने की प्रेरणा देगा। कमांडो सुनैना पटेल ने जज़्बे और हिम्मत के साथ अपने कर्तव्य का पालन करते हुए एक प्यारी सी बेटी को जन्म दिया है वो अपने आप में एक मिसाल है। छत्तीसगढ़ में भी ऐसी बेटियां हैं जो कर्तव्य पथ पर चलने के लिए 24 घंटे हर दर्द को सहन करने की क्षमता रखती है आज सुनैना पटेल ने जो किया है वह सभी के लिए एक प्रेरणा है।
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