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मुंगेली/ जिले में निरुद्ध बच्चों के सत्यापन हेतु विशेषज्ञ समिति द्वारा मंगलवार 7 जुलाई को उपजेल मुंगेली का निरीक्षण किया गया. निरीक्षण के दौरान जेल में 99 विचाराधीन बंदी पाए गए. समिति द्वारा बंदियों से उम्र एवं देखरेख तथा संरक्षण वाले बच्चों के बारे में जानकारी प्राप्त की गई.
उपजेल चार बंदियों द्वारा अपने बच्चों के पालन-पोषण पर असमर्थता व्यक्त की गई. जिस पर महिला एवम् बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी राजेंद्र कश्यप द्वारा संबंधितो को सामाजिक अन्वेषण रिपोर्ट तैयार करने और देखरेख एवं आवश्यकता वाले बच्चों को बाल कल्याण समिति के समक्ष प्रस्तुत करने के निर्देश दिए. कश्यप ने बताया कि निरीक्षण के दौरान कोई भी बंदी 18 वर्ष से कम आयु का नहीं पाया गया. उप जेल परिसर में साफ-सफाई एवं व्यवस्थित पाया गया. कोरोना वायरस से बचाव हेतु नए बंदियों को अलग बैरक में रखने कि बात कही गई.
निरीक्षण के दौरान जिला बाल संरक्षण अधिकारी अंजू शुक्ला, अधिवक्ता देवेंद्र लाल साहू, सामाजिक कार्यकर्ता श्यामबाई कुर्रे व जेल अधीक्षक उपस्थित थे.