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डोंगरगढ़// नगर पालिका में निर्माण काम के टेंडर फार्म को लेकर अफसरों द्वारा अपने चेहते ठेकेदारों को काम देने का मामला प्रकाश में आया है। शहर के एक ठेकेदार विजय कागलीवाल ने टेंडर फार्म नहीं देने सहित गड़बड़ी का खुलासा कर पालिका दफ्तर में आत्महत्या की कोशिश की है। इस मामले को लेकर पालिका दफ्तर में दिनभर जमकर हंगामा भी हुआ।
मंगलवार को डोंगरगढ़ नगर पालिका में शहर केे एक ठेकेदार विजय कागलीवाल ने टेंडर फार्म को लेकर की जा रही गड़बड़ी का खुलासा किया। उन्होंने नियम के तहत टेंडर फार्म नहीं मिलने पर नगर पालिका में जमकर हंगामा मचाया। इस दौरान पीड़ित ठेकेदार विजय कागलीवाल ने अपने सिर को दीवार व जमीन में पीटकर आत्महत्या करने की चेतावनी देते अफसरों को दोषी बताया। इस घटना के बाद नगर पालिका सीएमओ हेमशंकर कार्यालय से बाहर चले गए। वही इस विवाद के बाद नगर पालिका के अन्य ठेकेदारों ने नगर पालिका अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान उठाया है।
ऐसा है पूरा मामला..
मिली जानकारी के अनुसार शहर के विभिन्न वार्डाें में नवनिर्माण कार्याें को लेकर मंगलवार को टेंडर फार्म वितरित किया जाना था। बताया जा रहा है कि ठेकेदार विजय कागलीवाल द्वारा 17 जुलाई को दो फार्म लेकर 100-100 रुपए की दो रसीद भी कटाई। वे जब कार्यालय पहुंचे तो इंजीनियर और नगर पालिका कर्मचारियों ने उन्हें फार्म देने से मना कर दिया और सीएमओ हेमशंकर देशलहरा के बगैर अनुमति के फार्म नहीं देने का हवाला भी दिया गया। इस दौरान ठेकेदार विजय कागलीवाल के साथ अन्य ठेकेदारों ने नगर पालिका अधिकारी व इंजीनियर पर सांठगांठ का आरोप लगाते जमकर हंगामा किया।
विधायक निवास पहुंचे सीएमओ
सीएमओ नगर पालिका से निकलकर सीधे विधायक निवास पहुंच गए थे। उन्होंने वहां से इंजीनियर विजय मेहरा को बुलाकर पुलिस को घटना की जानकारी दी। सूचना मिलने के बाद सीएमओ कार्यालय में पुलिस बल भेजा गया। बताया जा रहा है कि पुलिस पहुंचने के पहले ही मामला शांत हो चुका था।
होगी जांच…
मामले काे लेकर जांच के आदेश दे दिए हैं। जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा, उन पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी। – अविनाश भोई, एसडीएम, डोंगरगढ़
इस मामले ने कांग्रेस सरकार के काले चेहरे को सामने ला दिया है। टेंडर को लेकर पीड़ित ने सीधे कांग्रेस के नेता का नाम लेकर अपना दर्द बयां किया है। पूरे छग में कांग्रेस की यही स्थिति है। – संतोष पांडे, सांसद