कानून के रखवाले ने एक महिला का 16 साल तक किया बलात्कार, जब मामला हद से गुजरा तब पहुंची थाने, न्यायधानी का मामला…

शेयर करें...

बिलासपुर// अमूमन पुलिस वाले कानून जानते हैं और उसका पालन करते और करवाते हैं। लेकिन कई बार अपने वर्दी का रौब दिखाकर जब खुद कानून तोड़ने लगे तब आम आदमी किसपर भरोसा करे ? ऐसे लोगों के लिए ज्यादा सजा का प्रावधान होना चाहिए।

Join WhatsApp Group Click Here

बिलासपुर के रतनपुर थानान्तर्गत निवासी एक महिला ने एक SI के खिलाफ दुष्कर्म की लिखित शिकायत की है। पुलिस के अनुसार महिला ने बताया है कि आरोपी SI से कई साल पहले प्रेम संबंध था। लेकिन उस समय उसने उससे शारीरिक संबंध बनाए और उस समय लिए गए एक अश्लील फोटो को दिखाकर उसने 16 साल तक उसके साथ दुष्कर्म किया है। उसने महिला के शादी के बाद भी धमकी देकर उसने जबरदस्ती शारीरिक संबंध बनाया। फिलहाल महिला की शिकायत पर पुलिस ने FIR दर्ज कर लिया है।

पुलिस ने बताया कि 16 साल पहले 2004 में पीड़िता रायपुर में रहकर पढ़ाई कर रही थी। उस समय आरोपी SI अजयकांत तिवारी से उसकी मुलाकात हुई थी। जिसके बाद आरोपी ने प्यार के झांसे में लेकर शारीरिक संबंध बनाया और इस दौरान महिला के अश्लील फोटो और वीडियो भी बना लिया। कुछ समय बाद उसका चयन सब इंस्पेक्टर के पद पर हो गया। बाद में पीड़िता और आरोपी दोनों की शादी अलग-अलग जगह हो गई।

इसके बाद भी आरोपी नहीं माना, वह अपनी वर्दी का रौब दिखाकर और पुराने फोटो-वीडियो को वायरल करने की धमकी देकर उससे संबंध बनाता रहा। धमकियों से परेशान होकर महिला ने अब जाकर पुलिस से शिकायत की है। मामले में रतनपुर पुलिस ने आरोपी सब इंस्पेक्टर के खिलाफ बलात्कार समेत अन्य धाराओं के तहत जुर्म दर्ज कर लिया है। आरोपी अभी छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित क्षेत्र में पदस्थ है। विभागीय अधिकारी मामले में कुछ भी कहने से बच रहे हैं।

बता दें कि पिछ्ले महीने बिलासपुर के सिविल लाइन थाने में पदस्थ आरक्षक पर 35 साल की महिला ने शादी का झांसा देकर दुष्कर्म करने का आरोप लगाया था। आरक्षक द्वारा हर बार शादी की बात पर टाल मटोल से परेशान महिला ने फिनायल पीकर जान देने कि कोशिश भी की थी। जिसके बाद उसे सिम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया था। महिला ने इलाज के दौरान एक महिला डॉक्टर को सारी बात बताई थी। जिसके बाद सिविल लाइन थाने में इसकी सूचना दी गई। हालांकि, महिला ने कोई लिखित शिकायत नहीं दर्ज करवाई थी। लेकिन मामले को शांत करने के लिए आरक्षक को महिला से शादी करनी पड़ी थी।

Scroll to Top