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कोरबा/ डिजिटल युग के दौरान बच्चों के हाथों में मोबाइल की पहुंच हो गई है. कोरोना काल में मोबाइल पर ही ऑनलाइन पढ़ाई भी हो रही है. वहीं बच्चे मोबाइल पर ही ऑनलाइन गेम भी खेलने में व्यस्त रहने लगे हैं.
इसी तरह उरगा थाना क्षेत्र के सराईडीह निवासी एक व्यक्ति का नाबालिग पुत्र भी मोबाइल पर अपने हम उम्र दोस्त के साथ ऑनलाइन गेम फ्री फायर खेलने लगा. इसदौरान ऑनलाइन गेम में आगे के स्टेज में पहुंचते गए, 2 जुलाई से 6 जुलाई के बीच वे डायमंड स्टेज पर पहुंचे. जहां गेम में आगे बने रहने के लिए उन्हें 3 बार ऑनलाइन डायमंड खरीदने को कहा गया. इसके लिए एटीएम व पेटीएम कार्ड का नंबर मांगा गया. दोनों बच्चों में एक बच्चे ने अपने बड़े पिता के एटीएम नंबर की जानकारी दी. जिसके बाद बच्चे के पिता के नाम से पेटीएम एकाउंट बनाकर उसके जरिए ऑनलाइन गेम में डायमंड की खरीदी की गई. जिसमें एकाउंट से 79 हजार रुपए पार हो गए.
लगातार अनजान खरीदी होने पर बैंक ने इसकी जानकारी एकाउंट होल्डर अर्थात बच्चे के बड़े पिता को दी. जिन्होंने बैंक पहुंचकर जानकारी ली तो उसके या उसके भाई द्वारा किसी तरह की ऑनलाइन खरीदी से इंकार किया गया. एकाउंट होल्डर ने पुलिस से मामले की लिखित शिकायत की. पुलिस की साइबर सेल ने जांच करते हुए परिवार के सदस्यों से पूछताछ की तो नाबालिग ने दोस्त के साथ मिलकर एटीएम कार्ड के नंबर से ऑनलाइन गेम में डायमंड खरीदना स्वीकार किया. पुलिस मामले में जांच कर रही है.
साइबर सेल के नोडल अधिकारी डीएसपी रामगोपाल करियारे के मुताबिक बच्चों को ज्यादा देर तक ऑनलाइन मोबाइल गेम खेलने से रोकें. बच्चों के मोबाइल के उपयोग के दौरान उनपर निगरानी रखें. ऐसे में ऑनलाइन गेम के जरिए होने वाली ठगी से बचा और बच्चों के गलत या अश्लील साइट्स पर जाने से रोका जा सकता है. परिजनों को सावधानीपूर्वक ऑनलाइन लेनदेन करना चाहिए. किसी भी अनजान कॉलर को बैंक खाता व एटीएम समेत पेटीएम, यूपीआई कोड, ओटीपी नंबर या ऑनलाइन लिंक साझा नहीं करना चाहिए.